मध्य प्रदेश के सिंगरौली में माडा पुलिस ने एक गांव में छापेमारी की और एक शिक्षक को धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में गिरफ्तार किया। शिक्षक गरीब आदिवासी लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाता था। छापेमारी के दौरान, पुलिस ने पाया कि 50 से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने की तैयारी चल रही थी। मामले में सरकारी टीचर कमलेश साकेत को सस्पेंड कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने यह कार्रवाई की। मामले में प्रशासन ने छापेमारी कर शिक्षक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
शिक्षक और उसका साथी गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी शिक्षक कमलेश साकेत और उसके सहयोगी अरविंद साकेत को गिरफ्तार किया है। दोनों कोटिया निवासी हैं। अरविंद धर्मांतरण कराने के लिए लोगों को मनाने में कमलेश की मदद कर रहा था। कोर्ट ने सोमवार को दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वहीं DEO एसबी सिंह ने आरोपी शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है।
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कमलेश साकेत शासकीय प्राथमिक स्कूल उत्तर टोला संकुल केंद्र और शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल कोयल खूथ में कार्यरत था। वह पढ़ाई के बजाय स्कूल में बच्चों को धर्मांतरण से जुड़ी बातें बताता था और उनके परिजनों को भी धर्म बदलने के लिए प्रेरित करता था।
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कलेक्टर ने सरपंच के खिलाफ जांच के आदेश दिए
जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह ने शिक्षक को निलंबित कर चितरंगी में अटैच कर दिया है। उन्होंने कहा कि शासकीय सेवकों के लिए ऐसा आचरण अनुचित है। सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने करसुआ राजा गांव के सरपंच, सचिव और ग्राम रोजगार सहायक के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। इन पर भी ग्रामीणों के धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप है। जांच के बाद मिले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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