गजब है, 22 माह बाद भी नहीं आया आठ महीने की संविदा भर्ती का रिजल्ट

मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्टाफ नर्स की संविदा भर्ती मजाक बन गई है। 8 महीने की सेवा के लिए एनएचएम ने परीक्षा तो ली लेकिन रिजल्ट 22 महीने बाद भी घोषित नहीं किया।

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Sanjay Sharma
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Photograph: (the sootr)

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BHOPAL. सरकार रोजगार मुहैया कराने के दावे तो बेहिसाब कर रही है लेकिन इन दावों की जमीनी हकीकत कुछ और ही है। प्रदेश के मुखिया की घोषणाओं पर सरकार की मशीनरी कुंडली मारकर बैठी है। हालात ये हैं कि हजार_दो हजार पदों पर भर्ती के लिए हो रही परीक्षा के रिजल्ट भी दो_दो साल में जारी नहीं हो रहे हैं। संविदा नियुक्तियों में भी सरकार की एजेंसियों का अड़ियल रवैया बेरोजगारों को निराशा की ओर धकेल रहा है।

2877 पदों के लिए हुई थी परीक्षा 

सरकार की मशीनरी कैसे युवाओं को भटका रही है इसका एक उदाहरण राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्टाफ नर्स की संविदा नियुक्ति भी बन गई है। प्रदेश की स्वास्थ्य इकाइयों में नर्सिंग स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए 2 जून 2023 को एनएचएम यानी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने स्टाफ नर्स की भर्ती निकाली थी। स्टाफ नर्स की संविदा भर्ती के लिए कुल 2877 पद थे जिनमें से 2589 पद महिला और 288 पद मेल नर्स यानी पुरुष वर्ग के लिए रखे गए थे। बीएससी नर्सिंग, जनरल नर्सिंग की डिग्री के साथ ही नर्सिंग काउंसिल में रजिस्टर अभ्यर्थी इस भर्ती के लिए पात्र थे। भर्ती के लिए अभ्यर्थियों ने एमपी ऑनलाइन के माध्यम से आवेदन किए थे।

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रिजल्ट से पहले बीती अनुबंध अवधि 

रोजगार के मामले और भर्ती प्रक्रिया में सरकारी सिस्टम कितना लचर है इसका नमूना भी स्टाफ नर्स की यह संविदा नियुक्ति है। गजब ये है कि 2 जून 2023 को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने जो संविदा भर्ती का इश्तेहार निकाला था उसमें नियुक्ति के अनुबंध की समयावधि 31 मार्च 2024 थी। इस अल्पावधि संविदा नियुक्ति में भी एनएचएम ने खूब उदासीनता दिखाई। 2 जून को इश्तेहार जारी करने के बाद आवेदन बुलाए गए और 31 अगस्त को परीक्षा ली गई। यानी केवल 8 महीने की संविदा नियुक्ति के 2877 पदों के लिए हुई परीक्षा का रिजल्ट 22 महीने बाद तक नहीं आया। रोजगार के लिए परेशान अभ्यर्थी 22 महीनों से भटक रहे हैं।

सोशल मीडिया पर भी लगा रहे गुहार 

स्टाफ नर्स के संविदा पदों पर नियुक्ति के लिए न केवल प्रदेश बल्कि दूसरे राज्यों से भी हजारों अभ्यर्थी शामिल हुए थे। अब ये अभ्यर्थी एनएचएम की अनसुनी से परेशान होकर सीएम डॉ. मोहन यादव से भी गुहार लगा रहे हैं। सोशल मीडिया अकाउंट पर अभ्यर्थी संयोगिता परिहार ने सीएम से अपील कर लिखा है 'सर हमारे रिजल्ट जारी किए जाएं।' वहीं प्रीति कौशल ने लिखा है 'सर इसी एग्जाम को हम तीन बार पहले दे चुके हैं। काफी बार आउट हुआ है पेपर। प्लीज सब स्टेट में वेकैंसी और रिजल्ट क्लीयर हैं। महोदय जी हमारे फ्युचर पर ध्यान दीजिए।'

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