मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशों के बाद प्रयागराज महाकुंभ में जाने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी। लेकिन लापरवाही के कारण 6 अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। रीवा, मऊगंज, सतना, सीधी और मैहर जिलों के अधिकारियों को तीर्थयात्रियों के आवागमन और व्यवस्थाओं का ध्यान रखने के लिए तैनात किया गया था, लेकिन ड्यूटी स्थल पर उनके मौजूद नहीं होने के कारण कार्रवाई की गई है।
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इसलिए हुई कार्रवाई
कमिश्नर रीवा संभाग, बीएस जामोद ने संजय सिंह (सीईओ रायपुर कर्चुलियान) और नागेंद्र तिवारी ( सीडीपीओ अमरपाटन ) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, जिला पंजीयक संध्या सिंह, जिला खनिज अधिकारी दीपमाला तिवारी, सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी राजीव शुक्ला को उनकी दो वार्षिक वेतनवृद्धि रोकने का नोटिस दिया गया है। यह सभी अधिकारी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए तैनात थे, लेकिन वे ड्यूटी पर अनुपस्थित पाए गए।
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अधिकारियों ने दिखाई लापरवाही
महाकुंभ मेला के दौरान अत्यधिक भीड़ के कारण कई किमी तक जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही थी। तीर्थयात्रियों को कई घंटों तक वाहनों में फंसे रहना पड़ रहा था। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी में लापरवाही दिखाई। हालांकि, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने खुद मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
श्रद्धालुओं की सहायता सुनिश्चित करने के आदेश
इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने स्टैंडिंग प्वाइंट बनाए थे, जहां श्रद्धालुओं को भोजन, पानी, दवा, शौचालय और विश्राम की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही थीं। इन प्वाइंट्स पर भी अधिकारियों की अनुपस्थिति को लेकर कड़ी कार्रवाई की गई। कमिश्नर बीएस जामोद ने बताया कि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा नहीं होने दी जाएगी और पूरी व्यवस्था का पुनः मूल्यांकन किया जा रहा है।
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