इंदौर में आरआर कैट के सीनियर साइंटिस्ट और उनकी पत्नी को 6 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर वसूले 71.33 लाख

इंदौर में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट की बड़ी घटना सामने आई है। इस बार निशाना बने हैं इंदौर आरआर कैट के सीनियर साइंटिस्ट और उनकी पत्नी, जिन्हें 6 दिन तक विविध एजेंसियों के नाम से धमकाया गया।

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Sanjay gupta
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सीनियर साइंटिस्ट से डिजिटल अरेस्ट कर 71.33 लाख की ठगी
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इंदौर में एक बार फिर डिजिटल अरेस्ट की बड़ी घटना सामने आई है। इस बार निशाना बने हैं इंदौर आरआर कैट के सीनियर साइंटिस्ट और उनकी पत्नी। दोनों को 6 दिन तक विविध एजेंसियों के नाम से धमकाया गया और फिर 71.33 लाख रुपए वसूल लिए गए। बदमाशों ने सीबीआई, दिल्ली क्राइम ब्रांच, ट्राई और ईडी अधिकारी बनकर धमकाया।

यह हुई घटना 

क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि 1 सितंबर की सुबह साइंटिस्ट के मोबाइल पर 9580754384 नंबर से फोन आया। ट्राई अधिकारी बने व्यक्ति ने खुद का नाम सुशांत कुमार बताते हुए कहा कि दिल्ली से सिम कार्ड जारी हुआ है, जिससे महिला उत्पीड़न के संदेश भेजे गए। जब साइंटिस्ट ने मना किया कि कोई सिम नहीं ली, फिर कुछ देर बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी के नाम से फोन आता है। उसने भी धमकाया कि जिस नंबर से मैसेज भेजे गए हैं, उस नंबर का मनी लॉन्ड्रिंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग में उपयोग हुआ है। आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट भी है।

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मोबाइल पर अरेस्ट वारंट तक भेज दिया

व्यक्ति ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी राकेश कुमार बताया और साइंटिस्ट को नकली गिरफ्तारी वारंट तक भेज दिया। बात यही नहीं रुकी, अगले दिन सुबह 10 बजे उन्हें सीबीआई अधिकारी बनकर 8979310521 नंबर से कॉल किया। लगातार दो घंटे तक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर पूछताछ हुई।

इसके बाद कराया पैसा ट्रांसफर

साइंटिस्ट और उनकी पत्नी को डराया गया कि इस केस में राष्ट्रीय बैंकों के कुछ मैनेजर और पुलिस भी मिली हुई है। फिर बैंक अकाउंट्स की डिटेल मांगी। उनसे म्यूचुअल फंड कैश भी करवा लिए। इसके बाद आरबीआई अधिकारी बनकर 71 लाख 33 हजार रुपए 23 अलग-अलग खातों में जमा करने को कहा। यह भी कहा कि जांच के बाद 1 घंटे में पूरा पैसा वापस हो जाएगा।

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बोले क्लियरेंस सर्टिफिकेट थाने से मिलेगा

ठगों ने इतनी जालसाजी की कि उन्हें यहां तक कहा कि ईडी और सीबीआई से सर्टिफिकेट भी जारी होगा, ताकि बाद में कोई परेशान नहीं करे। आपको नजदीकी थाने से क्लीयरेंस मिल जाएगा। आप थाने चले जाएं। जब साइंटिस्ट द्वारकापुरी थाने पहुंचे तो पुलिस ने बताया, उनके साथ फ्रॉड हुआ है। बाद में मामला क्राइम ब्रांच गया और वहां केस दर्ज किया गया।

इन खातों में जमा कराई राशि

  • बालाजी इंटरप्राइजेस जानकीपुरम एसबीआई शाखा।
  • लैरेंजम संजीत सिंग आईसीआईसीआई बैंक संपत ब्रांच।
  • जिंजला भवन बेन उमेश भाई दे वेरचा बैंक सूरत गुजरात।
  • मसीद दिलीप गायत्री एचडीएफसी बैंक करीमनगर तेलंगना।
  • राधाकिशन डिस्ट्रीब्यूटर आईसीआईसीआई बैंक शरत बोस रोड कोलकाता।

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