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पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विधायक राकेश (गोलू) शुक्ला के बेटे रूद्राक्ष शुक्ला पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। शुक्रवार रात पौने एक (12.45) बजे देवास में माता टेकरी पर शुक्ला और उनके समर्थकों द्वारा जो हंगामा किया गया, पुजारी से मारपीट की गई, गोली मारने की धमकी दी गई और रात को पट खुलवाकर पूजा की गई। सोमवार को इंदौर में मीडिया से बात करते हुए इसे लेकर सिंह ने बहुत ही गंभीर बात कही।
शराब के नशे में थे विधायक पुत्र
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने विधायक पुत्र के देवास माता मंदिर के हंगामे के सवाल पर कहा कि- जैसा मुझे बताया गया कहां तक सही है मैं नहीं जानता। शराब के नशे में मां चामुंडा के दर्शन करने वह गए। रात साढ़े बारह बजे पट खुलवाए गए, जब पुजारी ने मना किया तो जान से मारने की धमकी दी, मारपीट की गई। एसडीएम साहब को रात को साढे 12 बजे उठाकर फोन पर बात की गई, कहा कि पट खुलवाईए विधायक जी के सुपुत्र आए हुए हैं। इसके बाद एसडीएम साहब के पीए ने पुजारी जी को कहा कि आप पट खोल दीजिए।
यह है बीजेपी का धर्म के प्रति सम्मान
सिंह ने कहा कि यही बीजेपी सरकार का धर्म के प्रति सम्मान, धर्म के प्रति आस्था और धर्म, मठों में जो सेवक है, उनके प्रति असम्मानजनक व्यवहार।
कांग्रेस लगातार हो रही हमलावर, पुजारी भी खिलाफ
सनातनी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रूद्राक्ष शुक्ला के देवास मां चामुंडा टेकरी मंदिर पर मचाए भौकाल की गूंज दिल्ली तक पहुंच चुकी है। कांग्रेस हमलावर हो गई है, संतों ने भी मोर्चा खोल दिया है और चेतावनी दे दी है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी नाराजगी जाहिर की है। वहीं कांग्रेस की सुप्रिय श्रीनेत ने कहा कि सनातनी विधायक ने बेटे को यही संस्कार दिए हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मुकेशे नायक और देवास के कांग्रेस प्रवक्ता अमित चौरसया ने कहा कि मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था की बदहाली और सत्ता के अहंकार का जीता-जागता सबूत है। नायक ने कहा कि बीजेपी, जो दिन-रात धर्म और संस्कृति की रक्षा का ढोंग रचती है, आज अपने ही विधायक के बेटे की इस घृणित हरकत पर मौन धारण किए हुए है।
यह किया रूद्राक्ष शुक्ला ने कांड
मामला शुक्रवार देर रात करीब पौने एक बजे का है। रुद्राक्ष शुक्ला अपने समर्थकों के साथ हूटर वाली दर्जन भर कारों के साथ टेकरी पर पहुंचे। पहले उन्होंने ताला खुलवाकर कारों को ऊपर ले जाने की जिद की और ऊपर ले गए। मंदिर रात 12 बजे बंद हो जाता है। उन्होंने पुजारी उपदेश नाथ पिता महेश से जिद की पट खोले जाएं। उपदेश ने मना कर दिया। इस पर उनके साथ आए लोगों ने गालियां देना शुरू कर दी और कहा कि जानते नहीं हम कौन है, इंदौर से आए हैं उठा ले जाएंगे। जब पुजारी नहीं माने तो पीटा और गोली से मारने की धमकी तक दी। फिर पट खुलवाए और दर्शन किए। पुजारी ने एफआईआर के लिए आवेदन दिया तो पहले थाने से भगा दिया गया, फिर फोन पर जीतू ने धमकाया, मामला तूल पकड़ा तो पुलिस ने केवल जीतू पर केस करके मामला रफा-दफा कर दिया।
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