संजय गुप्ता, INDORE. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी शेखर का निधन शुक्रवार दोपहर को हो गया। अंतिम यात्रा 16 मार्च को सुबह दस बजे निज निवास 518 खातीवाला टैंक इंदौर से रीजनल पार्क मुक्तिधाम जाएगी। उनके जाने के साथ ही इंदौर में कांग्रेस की लगातार मैदानी राजनीति करने वाले दिग्गज नेताओं की अग्रिम पंक्ति खत्म हो गई। वह कांग्रेस के स्वर्गीय महेश जोशी व स्वर्गीय सुरेश सेठ की तरह पहली पंक्ति के नेता रहे हैं। इन दोनों का भी निधन हो चुका है। शेखर लंबे समय से अस्वस्थ थे और चार मार्च से वह चोइथराम अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें लंग्स इन्फेक्शन हुआ था। हालत ज्यादा खराब होने पर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर भी रखा गया, लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।
कांग्रेस के हर सीएम के साथ काम किया
अपने समय में उन्होंने कांग्रेस के लगभग हर सीएम के साथ काम किया। चाहे वह श्यामाचुरण शुक्ला हो, अर्जुनसिंह या फिर दिग्विजय सिंह। वह देवास और इंदौर विधानसभा चार से भी विधायक रहे हैं। उन्होंने गृहमंत्री, उद्योग मंत्री जैसे पद संभाले हैं तो विविध बोर्ड, मंडल में भी रहे हैं।
सत्ता और संगठन दोनों की राजनीति की
सीपी शेखर ने कांग्रेस की सत्ता और संगठन दोनों की राजनीति की। ब्राह्मण नेता होने के बाद भी वह कांग्रेस में दलित, पिछड़े वर्ग की राजनीति करते थे और उनके काफी करीब थे। कमलनाथ के सीएम रहते हुए और फिर सरकार गिरने के बाद भी उनके लिए संगठन में लगातार काम करते रहे। इंदौर में नर्मदा लाने के लिए चले आंदोलन में भी बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की थी।