शिक्षा विभाग ने बनाया भ्रष्टाचार का नया रिकॉर्ड, कागजों पर काम दिखाकर निकाले लाखों रुपए

शहडोल के सरकारी स्कूलों के रखरखाब पर खर्च होने वाले पैसों में बड़ा घोटाला किया गया। इसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी से लेकर प्रिंसिपल भी शामिल हैं।

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Rohit Sahu
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शहडोल के एक सरकारी स्कूल में भ्रष्टाचार का खेल खूब चला। यहां के एक स्कूल में पेंटिंग के नाम पर जो घपलेबाजी हुई है, उसे सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे।

शासकीय हाई स्कूल सकंदी में चार लीटर पेंट की पुताई के लिए 168 मजदूर और 65 मिस्त्री कागजों पर नजर आए। इसके एवज में 1 लाख से ज्यादा का भुगतान स्वीकृत कर लिया गया। 

वहीं, इस मामले में शहडोल डीईओ पीएस मरपाची ने कहा कि स्कूल में अन्य कार्य भी कराए गए हैं। उनके भी बिल हैं, लेकिन किसी ने केवल एक बिल ही वायरल किया है। 

शिक्षा अधिकारी कागजों में दिखाए मजदूर

मजेदार बात ये है कि प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी फूल सिंह मरपाची ने कागजों पर दिखाए गए इन नकली मजदूरों के नाम पर कोषालय (सरकारी खजाने) से पूरे 1 लाख 6 हजार 984 रुपए निकलवा लिए।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर चार लीटर पेंट के काम में इतने सारे मजदूरों की क्या जरूरत थी? इसका जवाब सीधा है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी ने इसमें घपलेबाजी कर सरकार को चूना लगाया है।

इधर भी घोटाला

शहडोल के ही निपनिया के सरकारी स्कूल में भी इसी तरह घोटाला हुआ। जहां 20 लीटर पेंट के लिए 275 मजदूर और 150 मिस्त्री कागजों पर तैनात हो गए। इनके नाम पर 2 लाख 31 हजार 685 रुपए सरकारी खजाने से पास किए गए। 

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प्रिंसिपल ने बना दी टाइम मशीन

अब आते हैं बिल की टाइमिंग पर। यहां निपनिया सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल टाइम ट्रैवलर निकल गए। 4 अप्रैल को बिल वेरीफाई किया, लेकिन ठेकेदार सुधाकर कंस्ट्रक्शन ने वह बिल 5 मई को तैयार किया। यानी 5 मई को बिल तैयार हुआ और 4 अप्रैल को वापस जाकर वेरीफाई कर दिया। 

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सरकारी काम में फोटो अनिवार्य हो गए हैं, लेकिन यहां न काम शुरू होने का फोटो है, न खत्म होने का फोटो है। फिर भी ट्रेजरी ऑफिस ने बिल पास कर दिया, और लाखों रुपए सरकारी खजाने से निकाल लिए गए। 

DEO ने कही ये बात

मामले को लेकर जब जिला शिक्षा अधिकारी शहडोल पीएस मरपाची से बात की गई तो उन्होंने कहा कि स्कूल में अन्य कार्य भी कराए गए हैं। 3 लाख स्वीकृत हुए हैं। सिर्फ एक बिल वायरल किया गया है जो कि मिस्त्री व मजदूरों के भुगतान का है। एक और बिल है जो अन्य कार्य कराया गया है उसका है। .

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