मध्य प्रदेश के शिवपुरी स्थिति कलेक्ट्रेट में हुए अग्निकांड का खुलासा हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक 20 लाख का फर्जी मुआवजा लेने वालों ने कलेक्ट्रेट में आग इसलिए लगवाई थी ताकि सबूतों को मिटाया जा सके। हालांकि इस घटना में कलेक्टर के आदेश के बाद शुरू हुई जांच में ये खुलासा होने के बाद सात लोगों पर FIR दर्ज कर ली गई है। आपको बताते चलें कि शिवपुरी के कलेक्ट्रेट ऑफिस ( Collector office ) में 17 मई की देर रात आग लग गई थी, जिसकी जानकारी अगले दिन सुबह 5 बजे मिली। इस दौरान आग में कई विभागों की फाइलें जलकर खाक हो गईं। इस घटना के बाद अधिकारी उम्मीद लगा रहे थे कि यह हादसा शॉट सर्किट की वजह से हुआ होगा, लेकिन यहां लगे सीसीटीवी कैमरे में नजर आ रहा है कि आग दो युवकों ने लगाई थी। 18 मई सुबह 5 बजे कलेक्ट्रेट परिसर के कई कक्षों से धुंआ उठता देख सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई थी। इसके बाद मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने फायर बिग्रेड, पानी के टैंकर को बुलाकर आग पर काबू पाने को कोशिश की। आग को कंट्रोल करने के लिए एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया था। घंटों की मशक्कत के बाद सुबह 8 बजे करीब आग पर काबू पाया गया।
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सीसीटीवी ने उड़ाए होश
इसके बाद जांच में जुटी पुलिस की टीम ने वहां लगा सीसीटीवी चेक किया,जिसे देख सभी के होश उड़ गए। सीसीटीवी कैमरे में दो नकाबपोश युवक नजर आए, जो कि क्लेक्ट्रेट परिसर में जाते हुए दिखाई दिए। यह वीडियो शुक्रवार यानि 17 मई 2024 की रात करीब 12 बजे की बताई जा रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक युवक ने बैग टांगा हुआ है। दोनों युवक क्लेक्टर ऑफिस की शिकायत शाखा के पीछे की खिड़की पर पहुंच जाते हैं। यहां आरोपियों ने पेट्रोल वाली बोतल से खिड़की में पेट्रोल छिड़का। इसके बाद माचिस से वहां आग लगा दी। इस दौरान तेज धमाका होने पर दोनों आरोपी वहां से भाग खड़े हुए। इस घटना में कलेक्ट्रेट की नजूल शाखा, शिकायत शाखा, भू-अर्जन शाखा, नाजिर शाखा, स्टेशनरी के कक्षाओं में आग लगी हैं। इस शाखाओं में रखे संबंधित सभी रिकॉर्ड आग की चपेट में आने से जल गए हैं।
क्या बताया कलेक्टर ने ?
मामले को लेकर कलेक्टर रविंद्र चौधरी का कहना कि आग नाजिर के स्टोर रूम, नजूल के कुछ हिस्सों में लगी है। भू-अर्जन के हमारे रिकार्ड सुरक्षित हैं। कुछ रिकार्ड हमारा ऑनलाइन है, रिकवर किया जा सकता है। पुलिस के मुताबिक, एडीएम की अध्यक्षता में एक टीम बनाई जाएगी, जो कि पूरे मामले की जांच करेगी कि रिकार्ड कैसे जला। साथ ही किस-किस रिकार्ड का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि दो युवक सीसीटीवी में कैद हुए हैं, जिन्होंने आग भड़काई है। फिलहाल पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस कर रही जांच
कलेक्टर ऑफिस में आग लगने के बाद कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने बताया कि नजूल शाखा के रूम में यहां पर नजूल का कुछ हिस्सा है उसकी फाइलें जली हैं। कुछ रिकॉर्ड जला है, जिसकी हम जांच करा रहे हैं। कलेक्टर ने सीसीटीवी फुटेज देखा है। एसपी अमन सिंह राठौड़ ने भी वीडियो देखा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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