शिवपुरी के कोलारस में एक शख्स ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से एक अजीब सी मांग की है। युवक ने शराब की कीमतें कम करने के लिए पत्र लिखा, जिसे पढ़कर आप भी हैरान रह जाएंगे। नन्हे यादव नामक इस शख्स का कहना था कि मजदूरी करने के बाद जब वह थक जाते हैं, तो शराब पीने की जरूरत महसूस होती है। शराब की कीमतें ज्यादा होने के कारण उन्हें यह सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिससे उन्हें मानसिक और शारीरिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस अजीबो-गरीब मांग को लेकर नन्हे यादव का पत्र अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
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सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पत्र
नन्हे यादव का पत्र सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र के वायरल होने के बाद, लोग अपनी राय दे रहे हैं और इसे लेकर मजेदार टिप्पणियां कर रहे हैं। कुछ लोग जहां नन्हे यादव के तर्क को हास्यास्पद मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनकी स्थिति को समझने की कोशिश कर रहे हैं।
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थकान दूर करने के लिए शराब जरूरी !
नन्हे यादव ने अपनी पत्र में यह कहा कि मजदूरी करने के बाद उन्हें थकान से राहत पाने के लिए शराब की आवश्यकता होती है। हालांकि, शराब की महंगी कीमतों के कारण वे इसे अफोर्ड नहीं कर पा रहे हैं। उनका तर्क यह था कि शराब महंगी होने की वजह से उनके पास मजदूरी बच नहीं पाती, न ही वे भविष्य के लिए पैसे जमा कर पा रहे हैं। साथ ही, उन्हें शराब के बिना सुबह की थकान महसूस होती है और फिर मजदूरी पर भी नहीं जा पाते।
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शिवपुरी के कोलारस में जनता दरबार
यह घटना उस समय की है जब केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी के कोलारस में एक जनता दरबार लगाया था। इस दरबार में लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे, और नन्हे यादव ने इस मंच पर अपनी समस्या पेश की। नन्हे का पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया है और लोग इस पर तरह-तरह के प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
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नन्हे यादव की शराब को लेकर अजीब सी मांग
पत्र में नन्हे ने मांग की कि कोलारस में शराब की कीमतें घटाई जाएं, ताकि मजदूरों को शराब खरीदने में दिक्कत न हो। उन्होंने तो यह तक कह दिया कि अगर राशन और पानी की आपूर्ति बंद भी कर दी जाए, तो भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा, बशर्ते शराब सस्ती हो जाए। नन्हे यादव के इस पत्र का मकसद मजदूरों को राहत देना था, ताकि वे अपनी थकान दूर कर सकें और काम करने में सक्षम हो सकें।
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केंद्रीय मंत्री सिंधिया की प्रतिक्रिया का इंतजार
हालांकि, इस पत्र को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से कोई आधिकारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन यह पत्र निश्चित रूप से चर्चा का विषय बन चुका है। नन्हे यादव का यह आवेदन पत्र समाज के विभिन्न हिस्सों से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर रहा है।