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MP News: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच देश की खाद्य सुरक्षा पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया हैं। भरोसा जताते हुए कहा कि देश में किसी भी अनाज की कोई कमी नहीं है। भोपाल में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सीमा पर जवान तैनात हैं और खेतों में किसान पूरी तैयारी के साथ जुटे हुए हैं। उन्होंने जय जवान, जय किसान के नारे को याद दिलाया। इसे वैज्ञानिक व अनुसंधान के साथ जोड़ते हुए कहा कि देश हर मोर्चे पर देश मजबूत है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा गेहूं, चावल और दाल का बफर स्टॉक पूरी तरह भरा हुआ है और जनता को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि भारत आत्मनिर्भर हो चुका है और किसी भी संकट या चुनौती का सामना करने में सक्षम है। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब भारत-पाक सीमा पर सैन्य गतिविधियां बढ़ी हुई हैं।
जय जवान, जय किसान से जय अनुसंधान तक की सोच
शिवराज सिंह चौहान ने लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिए गए नारे "जय जवान, जय किसान" को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे अटल बिहारी वाजपेयी ने इसमें "जय विज्ञान" जोड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "जय अनुसंधान" के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में प्रेरित किया।
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किसान और जवान दोनों मोर्चों पर तैयार
शिवराज ने यह स्पष्ट किया कि सीमा पर जवान तैयार हैं और खेतों में किसान। यह वक्त है जब देश के दोनों स्तंभ पूरी तरह सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है और आज उसका नतीजा है कि देश खाद्यान्न में आत्मनिर्भर है।
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पर्याप्त भंडारण और बफर स्टॉक की जानकारी
चौहान ने बताया कि FCI और अन्य सरकारी एजेंसियों के गोदामों में गेहूं, चावल और दालों का बफर स्टॉक भरा हुआ है। भंडारण की स्थिति इतनी मजबूत है कि किसी भी आपात स्थिति में आम जनता को कोई परेशानी नहीं होगी।
फसल / श्रेणी | उत्पादन (लाख मीट्रिक टन) |
---|---|
चावल | 3474.42 |
गेहूं | 1464.02 |
दलहन | 1154 (अनुमानित) |
तिलहन | 250.97 |
बागवानी फसलें | 428.98 |
मुख्य सब्जियों का कुल उत्पादन | 3621 |
आलू | 595 |
प्याज | 288 |
टमाटर | 215 |
भारत की खाद्य सुरक्षा नीति की सफलता
कृषि मंत्री ने कहा वैश्विक संकट के समय भी भारत ने न केवल अपने नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराया बल्कि कई देशों को भी मदद की। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री मोदी की दूरदर्शी नीतियों का परिणाम बताया।
आत्मविश्वास और संयम का संदेश
शिवराज ने यह भी कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन यदि मजबूरी आई तो जवान, किसान और वैज्ञानिक- तीनों तैयार हैं। यह वक्त संयम और आत्मविश्वास से काम लेने का है, और भारत पूरी तरह से सजग और सक्षम है।