मप्र के मुखिया सीएम डॉ. मोहन यादव वादा कर चुके हैं कि साल 2025 में एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जाएगी। उनके आदेश पर सीएस अनुराग जैन भी सभी विभागों की बैठक लेकर आदेश दे चुके हैं कि समय पर रिक्त पदों की जानकारी भर्ती एजेंसी पीएससी, ईएसबी को भेजें। नियमित तौर पर यह भर्ती होती रहे। वहीं ढाक के तीन पात, ईएसबी के कैलेंडर में कई भर्तियां गायब है। एसआई तो खैर 2017 से ही नहीं आई और उधर पीएससी के कुछ दिन पहले कैलेंडर में कई भर्ती गायब है।
ईएसबी के कैलेंडर में 15 हजार से ज्यादा पद नहीं
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ईएसबी द्वारा जारी 2025 के परीक्षा कैलेंडर में पांच प्रवेश परीक्षा और 15 भर्ती परीक्षा, इस तरह कुल 20 परीक्षाएं शामिल की गई हैं। पदों की संख्या 15 हजार से ज्यादा नहीं है।
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हालांकि सभी की नजरें थी एसआई (सब इंस्पेक्टर) के पदों को लेकर लेकिन यह परीक्षा कैलेंडर में ही शामिल नहीं है। यह अंतिम बार 2017 में आई थी। परीक्षा के इंतजार में कई ओवरएज होकर अपात्र हो चुके हैं। संबंधित पुलिस विभाग से ईएसबी को इसकी डिमांड ही नहीं आई है।
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पुलिस में अन्य भर्ती भी इस कैलेंडर में नहीं है केवल एएसआई टेक्निकल है जिसमें केवल 91 पद हैं।
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आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के बाद 2017 के बाद आए हैं और वह भी केवल 426 पद
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ग्रुप टू के तो पद ही नहीं है
- शिक्षक वर्ग में ही सबसे ज्यादा दस हजार पद दिए गए हैं, इसमें भी खेल, गायन, वादन, नृत्य जैसे विषय हैं। जबकि कई विषयों में हजारों पद रिक्त पड़े हुए हैं।
- वहीं इसके बाद स्टाफ नर्स संयुक्त भर्ती में ही 2 हजार 267 पद हैं।
- समहू टू, उपसमहू चार में ही 631 पद हैं, अधिकांश भर्ती में 300 से भी कम पद हैं।
- पीएससी के कैलेंडर में भी कई परीक्षाएं नहीं
- वहीं पीएससी ने भी कुछ दिन पहले साल 2025 का कैलेंडर जारी किया था। इसमें पद तो नहीं बताए हैं लेकिन परीक्षा की बात करें तो इसमें भी कई परीक्षाएं गायब हैं।
- पीएससी के कैलेंडर में राज्य वन सेवा ही नहीं है, जो राज्य सेवा के साथ होती है। राज्य वन सेवा 2025 का नामोनिशान नहीं है। साथ ही
एडीपीओ की भर्ती भी कैलेंडर में नहीं है। - इंजीनियरिगं में विद्युत और यांत्रिकी है लेकिन सिविल इंजीनियरिंग के पद नहीं हैं, जबकि विभागों में सैकड़ों पद रिक्त पड़े हुए हैं।
और इसमें भी 13 फीसदी होल्ड होंगे
वहीं इसमें भी करेला और नीम चढ़ा वाली बात होने वाली है, क्योंकि इन पदों में से 87-13 फीसदी फार्मूले में 13 फीसदी पद तो होल्ड होना है। इन पदों का कोई भविष्य फिलहाल नजर नहीं आता है। इस कैटेगरी में चयन होना यानी लिफाफे में नाम बंद होना, जो कब खुलेगा इसकी कोई तारीख तय नहीं है।
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