सिहोरा आंदोलन के बीच खितौला में रेत कारोबारी की हत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े हुए सवाल

सिहोरा में जारी आंदोलन के बीच खितौला में एक रेत व्यापारी की दिनदहाड़े हत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। पुलिस की चप्पे-चप्पे पर तैनाती के बावजूद अपराध हुआ, जिससे क्षेत्र में तनाव और डर का माहौल है।

author-image
Neel Tiwari
New Update
Sehora murder case and chakkajam

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

JABALPUR.एक और जहां सिहोरा को जिला बनाने के लिए जन आंदोलन चल रहा है। पुलिस चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा का दावा कर रही है। वहीं एक रेत व्यापारी की गोली मारकर हत्या ने मामले को और गर्म कर दिया है। इस वारदात के सामने आने से पुलिस सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए हैं।

सिहोरा जिला आंदोलन के चलते पूरे खितौला-सिहोरा क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है। हर चौक-चौराहे पर निगरानी बढ़ाई गई है। गुरुवार दोपहर खितौला बस स्टैंड के करीब रेत व्यापारी धर्मेंद्र सिंह ठाकुर उर्फ चिंटू ठाकुर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आंदोलन की उथल-पुथल के बीच हुई इस वारदात से पूरा क्षेत्र दहशत और गुस्से में है।

एमपी सरकार के दो साल पूरे होने पर सर्वे में शामिल होने के लिए फोटो पर क्लिक करें...

यह खबरें भी पढ़ें...

VIT भोपाल ने दिया राज्य सरकार को शो-कॉज नोटिस का जवाब, कहा-सभी मानकों का कर रहे पालन

1 जनवरी 2026 से बदल जाएगा इन ट्रेनों का समय, जानें नया टाइम टेबल

दो बाइक सवार युवकों ने मारी गोली

DSP आकांक्षा उपाध्याय ने बताया कि जांच में सामने आया है कि चिंटू ठाकुर को बाइकसवार दो युवकों ने गोली मारी। उन्होंने कहा कि परिवार के बयान, घटनास्थल की पड़ताल और सीसीटीवी कैमरों से पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार यह हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई है। हालांकि पुलिस अभी हर एंगल से जांच कर रही है।

पुरानी रंजिश का एंगल, अस्सू पर आरोप

परिजनों के अनुसार आशीष विश्वकर्मा उर्फ अस्सू नामक युवक के साथ पुरानी रंजिश चल रही थी। जिसके चलते हत्या की गई है। पुलिस ने यह भी बताया है कि आरोपी आदतन अपराधी है और उस पर कई अपराध दर्ज है। पुलिस टीमों ने क्षेत्र में दबिश दी है और संदिग्धों की तलाश जारी है।

परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया चक्का जाम

हत्या के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। जैसे ही शव परिजनों को सौंपा गया, वे भड़क उठे। इसके बाद खितौला तिराहे पर शव रखकर करीब आधे घंटे चक्का जाम किया।

इस जाम के कारण पूरा मार्ग अवरुद्ध रहा। आंदोलन के कारण पहले ही बंद पड़े शहर में यह जाम तनाव को और बढ़ाता दिखा। पुलिस और प्रशासन ने समझाइश दी, तब जाकर जाम समाप्त हुआ।

आंदोलन के बीच अपराध, सुरक्षा पर सवाल

सड़कों पर पुलिस तैनाती के बावजूद हत्या हो जाना सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा प्रश्नचिह्न है। स्थानीय लोगों का कहना है जब हर जगह पुलिस है, तो हत्यारे कैसे हमला कर भाग निकले। संवेदनशील माहौल में हुई इस हत्या ने प्रशासन की चुनौतियां और बढ़ा दी हैं।

यह खबरें भी पढ़ें...

जबलपुर में आर्मी जवान की पत्नी से छेड़छाड़, TI पर पीड़ितों से बदसलूकी के आरोप

जबलपुर में 50 लाख का वेतन घोटाला: जनपद पंचायत में खुद ही बढ़ा लिया वेतन, अब होगी मोटी वसूली!

आंदोलन और अपराध दोनों से निपटना बड़ी चुनौती

जिले की मांग को लेकर सड़कों पर हजारों लोग उतरे हैं, कई जगह टायर जले, पुतला दहन हुआ। तीन लोगों ने आत्मदाह की घोषणा कर रखी है। इस बीच हत्या की घटना ने क्षेत्र का तनाव और बढ़ा दिया है।

पुलिस अब आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमों को सक्रिय कर चुकी है। प्रशासन अलर्ट पर है, लेकिन जनता की नाराजगी और भय अभी भी बरकरार है।

हत्या पुरानी रंजिश सिहोरा सुरक्षा पर सवाल चक्का जाम चिंटू ठाकुर की गोली मारकर हत्या
Advertisment