सिंगरौली में एक सड़क हादसे के दो युवकों की मौत हो गई। इसके बाद बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और उन्होंने अडानी कंपनी के पांच बसों और तीन ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। इस हिंसक घटना में एक बस और एक ट्रक में तोड़फोड़ भी की गई। घटनास्थल पर पुलिस-प्रशासन की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 200 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला और एसपी मनीष खत्री भी घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
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दो युवकों की दर्दनाक मौत
घटना की शुरुआत शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे हुई, जब अमिलिया के जंगल में एक ट्रेलर ने बाइक को टक्कर मार दी। यह ट्रेलर अमिलिया कोयला खदान से कोल यार्ड की ओर जा रहा था। टक्कर के बाद बाइक सवार दोनों युवक करीब 20 फीट गहरी खाई में गिर गए और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद ट्रक बेकाबू होकर पलट गया। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया, लेकिन चालक घटनास्थल से फरार हो गया।
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ग्रामीणों का आक्रोश
सड़क हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा उबाल पर आ गया। हादसे की खबर पाकर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और उन्होंने खदान प्रबंधक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। कुछ समय के लिए खदानों की गाड़ियों की आवाजाही भी रुक गई। बाद में जैसे ही वाहनों की आवाजाही शुरू हुई, आक्रोशित ग्रामीणों ने गाड़ियों को रोककर उनमें आग लगा दी।
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आगजनी की घटनाओं का सिलसिला
घटना के बाद, ग्रामीणों ने एक के बाद एक पांच बसों और तीन ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थिति को नियंत्रण करने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने उनकी कार्रवाई में हस्तक्षेप किया। इस दौरान पुलिसकर्मी भी घायल हुए, जिनमें बरगवां थाना प्रभारी राकेश साहू शामिल थे, जिनका हाथ फ्रैक्चर हो गया। अन्य पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए और उन्हें अस्पताल भेजा गया।
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कंपनी के कर्मचारियों की स्थिति
आगजनी और हिंसा के कारण कंपनी के कर्मचारियों की स्थिति भी कठिन हो गई। घटना के बाद शाम के समय लगभग 8 बजे जब जनरल शिफ्ट खत्म हो रही थी, तो 5 बसें कर्मचारियों को लेकर बाहर आईं। इन बसों में करीब 200 कर्मचारी सवार थे। लेकिन भीड़ के देखे जाने के बाद सभी कर्मचारी और ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गए। इसके बाद शाम की शिफ्ट के कर्मचारी भी काम पर नहीं पहुंचे।