इंदौर में पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने महापौर से मांगा मिलने का समय, पहले कहा था खुद आएंगे

सुमित्रा महाजन (ताई) के दो पत्रों ने इंदौर की राजनीति में हलचल मचा दी, जिसमें उन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मिलने का समय मांगा और विकास मुद्दों पर चर्चा की।

author-image
Sanjay Gupta
New Update
mahapaur indore
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

लोकसभा की पूर्व स्पीकर और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन (ताई) के दो दिन में दो पत्रों ने इंदौर की राजनीति को गरमा दिया है। अब दूसरे पत्र में तो उन्होंने सीधे महापौर पुष्यमित्र भार्गव से ही मिलने का समय मांगा है।

इसमें कहा गया है कि आपने कहा था खुद आएंगे लेकिन शायद व्यस्तता के कारण नहीं आ सके होंगे। समय देंगे तो खुद आ जाउंगी नहीं तो पत्र के जरिए विकास के विविध मुद्दों पर अपनी बात आप तक पहुंचा दूंगी। 

ये खबर भी पढ़ें...पैसे मांगने और यौन शोषण के आरोपी टीआई का डिमोशन

patr

दूसरा पत्र राजनीतिक सरगर्मी वाला

महाजन द्वारा महापौर को यह पत्र लिखा गया है। इसमे कहा गया है कि, 'आपसे विकास के संबंध में कई विचार साझा करने हैं। आपने कहा था कि, आप स्वयं आएंगे लेकिन व्यस्तता के कारण संभव नहीं हुआ होगा। अभी कई अच्छे काम की घोषणा भी की, भारत वन के संबंध में कृपया चर्चा करके निर्णय करें। कृपया पर्यावरण विद् और हम जैसों के साथ चर्चा करके तय करें यही निवेदन है।'

नामकरण को लेकर भी ली आपत्ति

ताई ने पत्र में आगे नामकरण को लेकर भी आपत्ति ली है। इसमें कहा है कि, 'मुझे इतना ही कहना है कि श्रेष्ठ, वरिष्ठ, देश, माटी को समर्पित महान व्यक्ति को जाति, वर्ण, वर्ग में बांटने की प्रवृत्ति को यहीं विराम देना चाहिए। अनेक विषय है पानी, स्टार्म वाटर, स्वच्छ जल आदि आप समय दें तो खुद चर्चा करने आउंगी नहीं तो पत्र के जरिए पहुंचा दूंगी। धन्यवाद।'

ये खबर भी पढ़ें...शराब घोटाले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा, बिना ठोस सबूत के आरोप लगाती है ईडी

इसके पहले मेट्रो को लेकर लिखा पत्र

इसके एक दिन पहले ताई ने मेट्रो के अंडरग्राइंड रूट को लेकर भी पत्र लिखा था। वह लगातार इसे लेकर आपत्ति ले रही हैं और एमजी रोड की जगह सुभाष मार्ग को विकल्प के रूप में बता रह है।

इस रूट को लेकर पहले भी मेट्रो अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई है लेकिन अभी तक इस पर कोई हल नहीं निकला है। मुख्य मुद्दा बंगाली चौराहे से कनाडिया, पलासिया, एमजी रोड वाले रूट को लेकर है। इसे लेकर पहले विकल्प आय़ा था कि एग्रीकल्चर कॉलेज वाले रूट को अपना लेते हैं, लेकिन हुआ कुछ नहीं।

ये खबर भी पढ़ें... महापौर भार्गव और बिजली कंपनी एमडी सिंह कामों को लेकर प्रेसनोट में करते रहे तारीफ, शहर हुआ हलाकान

क्या भाई और मित्र के बीच में ताई रह गई अकेली

महापौर चुनाव के समय से ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (भाई) की नजदीकियां जगजाहिर है। सोमवार को भी विकास संबंधी बैठक हुई। इसमें मंत्री के साथ महापौर, सांसद और विधायक मधु वर्मा, गोलू शुक्ल, रमेश मेंदोला मौजूद रहे।

लेकिन ना ताई थी और ना ही अन्य विधायक इसमें रहे। कुल मिलाकर मित्र और मंत्री की नजदीकियों ने ताई सहित अन्य नेताओं को दरकिनार कर दिया है, ऐसा संदेश राजनीतिक गलियारों में भी है। अब ताई के पत्र से फिर इसे लेकर राजनीतिक हलचल मचा दी है।

ये खबर भी पढ़ें...फर्जी मार्कशीट मामले में मुरैना महापौर शारदा सोलंकी को हाईकोर्ट से बड़ी राहत

 इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन | ताई सुमित्रा महाजन | इंदौर महापौर | इंदौर पुष्यमित्र भार्गव | MP News | Madhya Pradesh | BJP Kailash Vijayvargiya | MP Sumitra Mahajan | मध्यप्रदेश | मध्यप्रदेश न्यूज 

इंदौर सुमित्रा महाजन इंदौर सांसद सुमित्रा महाजन ताई सुमित्रा महाजन इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव इंदौर पुष्यमित्र भार्गव कैलाश विजयवर्गीय MP News Madhya Pradesh BJP Kailash Vijayvargiya MP Sumitra Mahajan मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश न्यूज