प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर सतना जिले की डॉ. स्वप्ना वर्मा से संवाद किया और उनके स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट प्रयासों की सराहना की। डॉ. वर्मा ने "बीमारी मुक्त भारत" अभियान के तहत सतना जिले में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक नई दिशा दी है। उन्होंने अब तक 25 हजार परिवारों के आपसी विवादों को सुलझाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पीएम मोदी ने इस अवसर पर डॉ. वर्मा के स्वास्थ्य मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि उनका यह प्रयास एक प्रेरणा है और देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उम्मीद पैदा कर रहा है।
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प्रधानमंत्री से संवाद और स्वास्थ्य सेवा पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. स्वप्ना वर्मा से बीमारी मुक्त भारत अभियान के तहत किए गए उनके प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की। डॉ. वर्मा ने बताया कि वे सतना जिले में स्वास्थ्य परीक्षण, गंभीर बीमारियों की स्क्रीनिंग और परिवार के स्वास्थ्य डेटा की संरचना के माध्यम से एक स्वस्थ और बीमारी मुक्त समाज की दिशा में काम कर रही हैं।
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स्वास्थ्य मॉडल: घर-घर स्वास्थ्य परीक्षण
डॉ. वर्मा के स्वास्थ्य मॉडल के तहत, 'मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान' द्वारा घर-घर जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। इसके अलावा, मरीजों की डिजिटल प्रोफाइल तैयार की जाती है और उनके परिवार का फैमिली ट्री चार्ट भी बनता है, जिससे गंभीर और आनुवांशिक बीमारियों की पहचान पहले से की जा सके।
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आनुवांशिक बीमारियों की पहचान
मधुरिमा सेवा संस्कार संस्थान मास हेल्थ स्क्रीनिंग के माध्यम से गंभीर और आनुवांशिक बीमारियों का समय रहते पता लगाने का काम कर रहा है। इस पहल से भविष्य में इन बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल रही है। पीएम मोदी ने इस पहल को प्रेरणादायक बताया और कहा कि यह स्वस्थ भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
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चिकित्सा शिक्षा में एआई का नवाचार
स्वास्थ्य सेवा के अलावा, संस्थान ने चिकित्सा शिक्षा में भी नवाचार किया है। उन्होंने मेडिकल शिक्षा को एआई (AI) तकनीक के माध्यम से एडवांस स्टीरियोस्कोपिक थ्रीडी मेडिकल लर्निंग में परिवर्तित किया है। अब चिकित्सा शिक्षा को ऑडियो विजुअली देखा और सुना जा सकता है, जिससे छात्रों को अधिक प्रभावी और समृद्ध शिक्षा मिल रही है।