तत्काल टिकट बुकिंग बनी यात्रियों के लिए सिरदर्द, जानिए क्या है पूरा मामला

भारतीय रेलवे की लोकप्रिय 'तत्काल टिकट' सेवा, जो आकस्मिक यात्रा करने वालों के लिए राहत की उम्मीद थी, आजकल यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।

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Reena Sharma Vijayvargiya
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भारतीय रेलवे की तत्काल टिकट सेवा अब यात्रियों के लिए समस्या बन गई है। यह सेवा आकस्मिक यात्रा के लिए शुरू की गई थी। हाल ही में लोकल सर्कल्स ने 396 जिलों में 55,000 से अधिक यात्रियों से सर्वे किया। सर्वे में 73 प्रतिशत यात्रियों ने बताया कि टिकट खुलते ही उन्हें एक मिनट में वेटिंग लिस्ट में डाल दिया गया। इससे शक बढ़ गया है कि टिकट पहले से बुक हो जाती हैं।

IRCTC की वेबसाइट और मोबाइल ऐप से टिकट बुक करने का प्रयास कर रहे यात्रियों ने तकनीकी खराबी और सिस्टम की धीमी गति की शिकायतें भी दर्ज करवाई हैं। इससे साफ है कि तत्काल टिकट प्रणाली में सुधार की सख्त जरूरत है।

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तकनीकी खामियों ने बढ़ाई यात्रियों की मुश्किलें

सर्वे में पाया गया कि तत्काल टिकट सिस्टम को बेहतर बनाने के प्रयासों के बावजूद अधिकांश यात्रियों का अनुभव निराशाजनक रहा है। कई यात्रियों ने बताया कि बुकिंग करते समय ऐप और वेबसाइट बार-बार क्रैश हो जाती है, पेमेंट गेटवे असफल हो जाता है और कई बार टिकट मिलने के बजाय वेटिंग लिस्ट में डाल दिया जाता है।

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केवल 10% यात्रियों को मिली बार-बार सफलता

18,851 प्रतिभागियों के आंकड़ों के आधार पर, 29% यात्रियों ने बताया कि उन्हें 0 से 25% तक ही टिकट बुक करने में सफलता मिली। वहीं 29% ने कहा कि उन्हें कभी भी टिकट बुक करने में सफलता नहीं मिली। केवल 10% यात्रियों को हर बार टिकट पाने में सफलता मिली है। यह संख्या इस बात की ओर इशारा करती है कि तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली पूरी तरह सक्षम नहीं है।

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रेलवे बोर्ड की प्रतिक्रिया और आधिकारिक बयान

रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर (सूचना व प्रचार) दिलीप कुमार ने कहा है कि भारतीय रेलवे का ऑनलाइन टिकट सिस्टम पूरी तरह पारदर्शी है। उन्होंने बताया कि अप्रैल और मई के पीक सीजन में तत्काल टिकट प्रणाली में हर 10 सीटों पर करीब एक हजार से ज्यादा लोग ऑनलाइन कतार में रहते हैं, जिससे सिस्टम पर भारी दबाव होता है।

"ऑनलाइन टिकटिंग प्रणाली में तकनीकी और उपयोगकर्ता की बढ़ती मांग के कारण चुनौतीपूर्ण स्थिति बनी रहती है। हम लगातार सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।" – दिलीप कुमार

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तत्काल टिकट प्रणाली की पारदर्शिता पर सवाल

जबलपुर हाईकोर्ट में एक यात्री राकेश शर्मा ने अपनी शिकायत दर्ज कराई कि सोमनाथ-जबलपुर ट्रेन में टिकट उपलब्ध होने के बावजूद तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान उन्हें वेटिंग लिस्ट में डाला गया। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि उपलब्ध टिकट वेटिंग में कैसे दिखाए जाते हैं, जिससे यात्रियों में विश्वास कायम हो सके।

सुधार के लिए क्या किया जाना चाहिए

  • तकनीकी अपग्रेड- टिकट बुकिंग ऐप और वेबसाइट को अधिक स्थिर और तेज बनाने के लिए उच्च स्तर की तकनीकी सुधार।
  • सिस्टम की पारदर्शिता- टिकट उपलब्धता की वास्तविक स्थिति यात्रियों के सामने स्पष्ट होनी चाहिए।
  • यात्रियों की शिकायतों का शीघ्र समाधान- लगातार बढ़ रही समस्याओं पर रेलवे मंत्रालय को प्रभावी कार्रवाई करनी होगी।
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