इंदौर में सबसे बड़ी प्रॉपर्टी डील वाली तीर्थ गोपीकॉन के 184 करोड़ की फर्जी बैंक गारंटी में CBI ने दर्ज किया केस

इंदौर में तीर्थ गोपीकॉन कंपनी द्वारा मप्र जल निगम के लिए फर्जी 184 करोड़ की बैंक गारंटी देने के मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की है। हाईकोर्ट जबलपुर के आदेश पर सीबीआई ने...

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Sanjay Gupta
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मप्र जल निगम में फर्जी 184 करोड़ की बैंक गारंटी देने में उलझी इंदौर की तीर्थ गोपीकॉन कंपनी मामले में सीबीआई जांच शुरू हो गई है। हाईकोर्ट जबलपुर के आदेश पर सीबीआई ने इस मामले में भोपाल मुख्यालय में औपचारिक तौर पर केस दर्ज कर लिया है और इसकी जांच शुरू कर दी है। नौ मई को यह केस दर्ज हुआ है। हाल ही में यह कंपनी तब भी चर्चा में आई थी जब कुक्कुट पालन केंद्र स्मार्ट सिटी की जमीन का 454 करोड़ में सबसे बड़ा रियल एस्टेट सौदा किया था। लेकिन अब सीबीआई जांच के बाद यह सौदा भी उलझन में आ चुका है।

केस में रावजी बाजार में शिकायत को बनाया आधार

हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई को जांच कर 30 जून तक रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इस मामले में कंपनी का तर्क है कि उन्हें नहीं पता था कि यह बैंक गारंटी फर्जी है। इसके लिए उन्होंने रावजी बाजार इंदौर थाने में शिकायत भी दे दी थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में आदेश दिए हैं कि कंपनी ने धोखाधड़ी की है या फिर वह खुद धोखे का शिकार हुई है इसकी जांच सीबीआई करे। हाईकोर्ट के फैसले पर रावजी बाजार थाने में धोखाधड़ी की विविध धाराओं में हुई शिकायत को आधार पर बनाकर सीबीआई ने यह केस दर्ज कर जांच शुरू की है।

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यह है पूरा मामला

जल निगम का टेंडर कंपनी को मिला और इसके लिए उसने पीएनबी कोलकाता की नॉर्थ 24 परगना ब्रांच की बैंक गारंटी 184 करोड़ की दी। यह बैंक गारंटी 20 मार्च 2023 की थी। 25 अप्रैल 2025 को कंपनी को जल निगम से नोटिस मिला कि यह बैंक गारंटी फर्जी है। कंपनी को तत्काल नई बैंक गारंटी देने के आदेश दिए गए। इस पर कंपनी हाईकोर्ट में गई और वहां कहा कि उनसे बैंक अधिकारी मिले और यह गारंटी दी गई। हमें भी अब पता चला कि यह फर्जी है जब जल निगम से नोटिस आया, तो इस मामले में धोखाधड़ी तो हमारे साथ हुई है। इसकी शिकायत हमने रावजी बाजार थाना इंदौर में की है। इस पर हाईकोर्ट ने सीबीआई को जांच के आदेश दिए। साथ ही एक महीने में कंपनी को नई बैंक गारंटी देने के लिए कहा है, तब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई पर रोक लगाई है।

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कंपनी मूल रूप से गुजरात की, यह है एमडी, डायरेक्टर

कंपनी मूल रूप से अहमदाबाद (गुजरात) की है। मप्र में इसका ऑफिस इंदौर में 204, अमर मेट्रो पगनिस पागा इंदौर में हैं। कंपनी के एमडी महेश भाई कुंभानी हैं, इसमें प्रमोटर व डायरेक्टर चंद्रिकाबेन कुंभानी और नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर पल्लव कुंभानी हैं। कंपनी मूल रूप से सरकार के सिविल इंजीनियरिंग वर्क्स के टेंडर लेती है। कंपनी ने इंदौर, उज्जैन, छतरपुर जैसे शहरों में कई प्रोजेक्ट किए हैं। इंदौर में नगर निगम और स्मार्ट सिटी के तहत सराफा प्रोजेक्ट, नाला टैपिंग, एसटीपी प्रोजेक्ट, सरवटे प्रोजेक्ट जैसे कई प्रोजेक्ट किए हैं, उज्जैन में अमृत 2.0 प्रोजेक्ट किया है।

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