/sootr/media/media_files/2025/04/15/CXw1WyeN0XRNhd65k5Tn.jpg)
देवास मंदिर विवाद में बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष शुक्ला और उसके साथियों पर आखिरकार एफआईआर दर्ज कर ली गई है। द सूत्र की लगातार कवरेज के बाद यह कार्रवाई हुई है। अब विधायक गोलू शुक्ला पार्टी और समाज के भीतर चौतरफा दबाव में आ गए हैं। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और आरएसएस के पूर्व प्रचारक तक इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दे चुके हैं।
द सूत्र’ की खबरों का असर
देवास माता मंदिर विवाद में द सूत्र की खबरों के बाद आखिरकार बीजेपी विधायक राकेश उर्फ गोलू शुक्ला (MLA Golu Shukla) के बेटे रुद्राक्ष ( Rudraksh Golu Shukla) पर एफआईआर दर्ज की गई। द सूत्र पर हमने कार का मंदिर में होना, नशे की हालत में पहुंचना और पुलिस द्वारा कार जब्त किए जाने पर लगातार खबरें की थीं।
रुद्राक्ष समेत 9 लोगों पर दर्ज हुआ केस
एफआईआर में विधायक गोलू शुक्ला के बेटे रुद्राक्ष समेत इंदौर के अमन शुक्ला, हनी, उज्जैन के लोकेश चंदवानी, मनीष तेजवानी, अनिरुद्ध सिंह पंवार और देवास के जीतू रघुवंशी का नाम शामिल किया गया है।
पुजारी ने पहले लगाए आरोप, फिर मुकरा
पुजारी ने पुलिस से शिकायत करते हुए बताया कि उनके बेटे के साथ मारपीट की गई और उन्हें धमकाया गया। घटना के वीडियो फुटेज भी सामने आए, जिससे मामला और गंभीर हो गया। हालांकि बाद में पुजारी ने विधायक पुत्र के नाम से इनकार कर दिया। बावजूद इसके पुलिस ने जांच के बाद 9 लोगों पर केस दर्ज कर लिया है।
मंदिर बंद होने पर जबरन खोलने की कोशिश
मामला 11 अप्रैल की रात का है जब विधायक पुत्र रुद्राक्ष गोलू शुक्ला लगभग एक दर्जन गाड़ियों के काफिले के साथ माता टेकरी पहुंचे। मंदिर बंद होने के बावजूद पुजारी से पट खोलने की जबरदस्ती की गई, जिससे विवाद हुआ। खुद को सनातनी कहने वाले विधायक गोलू शुक्ला की राजनीतिक छवि को इस घटना ने बड़ा झटका दिया है। रुद्राक्ष की करतूतों को लेकर अब पार्टी के भीतर भी तीखी आलोचना हो रही है।
अपनों ने ही घेरा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने स्पष्ट कहा कि कोई भी हो, यदि कानून तोड़ेगा तो कार्रवाई होगी। वहीं आरएसएस के पूर्व प्रचारक नरेंद्र जैन ने पहले इस्तीफे की मांग की, फिर बाद में बयान बदल लिया। वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से जब इस विषय पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बात को टालते हुए कहा कि अरे छोड़ो यार और बिना जवाब दिए वहां से चले गए।
कांग्रेस ने भी घेरा
इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा को घेर लिया है। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और प्रदेश कांग्रेस सचिव पिंटू जोशी देवास की माता टेकरी पहुंचे, जहां उन्होंने पुजारियों के पैर धोकर माफी मांगी। सज्जन वर्मा ने कहा कि ये घटना कलयुग के हिंदू औरंगजेब की तरह है, उन्होंने कहा कि जिस बच्चे ने यह घटना की, उसके पिता विधायक हैं। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले में भाजपा को घेरा और कहा कि आरोपी शराब के नशे में मां चामुंडा के दर्शन करने गए थे। उन्होंने रात साढ़े 12 बजे पट खुलवाए, जब पुजारी ने मना किया तो जान से मारने की धमकी दी और मारपीट की गई।
जिन अधिकारियों ने गेट खुलवाए उनपर कब होगी कार्रवाई?
द सूत्र ने बताया था कि मंदिर परंपरा के विरुद्ध एसडीएम के रीडर सुरेश मुकाती के निर्देश पर रात में गेट का ताला खुलवाया गया था, क्योंकि इंदौर विधायक के बेटे दर्शन के लिए मंदिर जाना था। आरोप है कि एसडीएम बिहारी सिंह के रीडर सुरेश मुकाती ने फोन कर कार ले जाने के लिए गेट खुलवाने का निर्देश दिया था अब सवाल उठता है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कब कार्रवाई होगी।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें