संजय शर्मा, BHOPAL. वरिष्ठ नेताओं के पलायन से जूझ रही कांग्रेस ( Congress ) सदमे में डूबी नजर आ रही है। एक और बीजेपी ( BJP ) कार्यालय में चुनाव से पहले ही सभी 29 सीटों को जीतने का उत्साह है और चुनावी रणनीति को लेकर सुबह से देर शाम तक बैठकों के दौर चल रहे हैं। वहीं प्रदेश कांग्रेस कार्यालय और चुनावी मैनेजमेंट के लिए बनाए गए वॉर रूम में सन्नाटा पसरा है। चुनाव से पहले ही पस्त पड़ी कांग्रेस के नेता भी पीसीसी में अपने चैम्बरों से गायब हैं।
लगातार सूची टलने से कार्यकर्ताओं में भी मायूसी
लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ मैदान में उतर चुकी बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित कर पहले दौर में कांग्रेस को पटखनी दे दी है। उधर कांग्रेस की 18 लोकसभा सीटों पर अभी उम्मीदवारों के नाम पर दिल्ली में मंथन ही चल रहा है। किसी सीट पर मजबूत प्रत्याशी की तलाश जारी है तो किसी सीट पर स्थानीय कांग्रेस नेता चुनावी फाइट से बच रहे हैं। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सभी सीटों पर दिल्ली में नाम तय होने की सफाई दे रहे हैं, लेकिन तीन दिन से लगातार सूची टलने से अब कार्यकर्ता भी मायूसी में डूबे नजर आने लगे हैं।
बीजेपी का प्रचार शुरू, कांग्रेस में उम्मीदवार तय नहीं
बीजेपी चुनावी मैनेजमेंट और मजबूत मैदानी रणनीति बनाकर जनसम्पर्क में भी जुट चुकी है और उम्मीदवारों के साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेता कैम्पेनिंग करने उतर गए हैं। इधर पहले चरण के लिए नामांकन शुरू होने के बावजूद कांग्रेस दिशा भ्रम की स्थिति से नहीं उबर पा रही है। हालत यह है की पीसीसी के बेसमेंट में बनाए गए वॉर रूम में सन्नाटा पसरा हुआ है। कंप्यूटर सिस्टम खाली पड़े हैं और केवल एक-दो कार्यकर्ता ही दिख रहे हैं। कार्यालय में प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के कमरे भी खाली हैं और रणनीतिकार जाने कहां गायब हैं।
बिना तैयारी कैसे करेंगे बीजेपी की आंधी का सामना
यहां चुनावी कैम्पेनिंग तो दूर कोई चुनावी चर्चा करता भी नजर नहीं आ रहा है। ऐसे हताश कार्यकर्ता और बेफिक्र पदाधिकारियों के भरोसे कांग्रेस कैसे लोकसभा चुनाव में उतरेगी, कैसे बीजेपी के मजबूत बूथ मैनेजमेंट और उत्साहित कार्यकर्ताओं के सामने टिक पाएगी यह यक्ष प्रश्न की तरह है, लेकिन कांग्रेस नेता अब भी जमीनी हकीकत और बिना तैयारी के खुद को मजबूत दिखाने का दावा कर रहे हैं।