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BHOPAL. मध्य प्रदेश के स्कूलों में 16 सितंबर को हजारों अतिथि शिक्षक सामूहिक अवकाश पर रहे। इस वजह से सैकड़ों स्कूलों में कक्षाएं सूनी पड़ी रहीं। वहीं अवकाश लेकर भोपाल पहुंचे अतिथि शिक्षकों ने सेकेण्ड स्टॉप स्थित अंबेडकर पार्क में नियमितीकरण की मांग बुलंद की।
अंबेडकर पार्क से अतिथि शिक्षकों ने प्रदेश की स्कूली शिक्षा की बदहाली को दूर करने अपने नियमितीकरण की अपील सरकार से की। अतिथि शिक्षकों के राजधानी में जमावड़े की स्थिति को देखते हुए अंबेडकर पार्क के आसपास भारी पुलिस बल तैनात रहा।
स्कूली शिक्षा अतिथियों के भरोसे
डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से प्रदेश के स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था संभाल रहे अतिथि शिक्षक लंबे समय से सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं। पूर्व में भी कई बार अतिथि शिक्षक धरना, ज्ञापन और प्रदर्शन कर चुके हैं। वहीं आंदोलन के दौरान वे पुलिस प्रशासन की सख्ती भी झेल चुके हैं।
अतिथि शिक्षकों के प्रदेश में सक्रिय विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर 16 सितम्बर को राजधानी भोपाल में गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों से शामिल होकर एकता का प्रदर्शन करने का आव्हान किया गया था।
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सुबह से सड़कों पर लगा रहा रेला
अतिथ शिक्षकों के संगठन आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ, शिक्षक समन्वय समिति के आव्हान पर प्रदेश के हर जिले से सैकड़ों की संख्या में अतिथि सुबह से ही अंबेडकर पार्क पहुंचने लगे थे। दोपहर से पहले ही अंबेडकर पार्क में हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो चुके थे।
वहीं रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, भोपाल रेलवे स्टेशन के अलावा शहर के विभिन्न बस स्टैंड से भी कतारबद्ध रैलियां कार्यक्रम स्थल पर पहुंचती रहीं। इस कार्यक्रम को गुरु दक्षिणा नाम दिया था। वहीं अपनी मांगों से अवगत कराने के लिए स्कूल शिक्षा मंत्री उदयप्रताप सिंह को भी आमंत्रित किया था।
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सरकार को दिलाई आश्वासन की याद
राजधानी भोपाल में एकजुट हुए संगठनों ने सरकार को मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के अलावा पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के आश्वासनों को याद दिलाया। उनका कहना था स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था को डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से वे संभाल रहे हैं। इसके बावजूद उन्हें सरकार के दोहरे रवैए का सामना करना पड़ रहा है।
नियमितीकरण उनकी पुरानी मांग है जिसे पूरा करने हर बार भरोसा दिलाया जाता रहा है। उन पर ई-अटेंडेंस थोपी गई है। स्कूल में भले ही दूसरे विषय का रिजल्ट बिगड़े जिम्मेदारी उन पर ही लाद दी जाती है। अतिथि शिक्षक सरकार के इस रवैए से निराश हैं। गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में दिनभर हजारों अतिथियों का जमावड़ा बना रहा। वहीं पुलिस और प्रशासन भी कार्यक्रम की हर हलचल पर नजरें बनाए रहे।