MP NEWS: ग्वालियर में सुबह 6 बजे ट्रैफिक चेकिंग के दौरान एक युवक रॉन्ग साइड से बाइक चलाकर आया। महिला ट्रैफिक अफसर वंदना रावत ने उसे रोका और नियम उल्लंघन पर 500 रुपए का चालान काटा। इस पर युवक भड़क गया और खुद को CRI का स्पेशल ऑफिसर बताते हुए अफसर को हाईकोर्ट का आदेश लाकर हटवाने की धमकी देने लगा। मामला तूल पकड़ते ही युवक सड़क पर बैठ गया और लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। हालांकि, बाद में युवक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए माफी मांग ली।
पुलिस ने अब मामले की जांच शुरू कर दी है और युवक के दावों की सत्यता की पड़ताल की जा रही है। महिला अधिकारी की सख्ती और साहसिक कार्रवाई की लोग सराहना कर रहे हैं। यह घटना न केवल कानून का पालन सुनिश्चित करने का उदाहरण बनी, बल्कि महिला अधिकारी की दृढ़ता भी सामने आई है।
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चेकिंग अभियान में पकड़ाया युवक
यह घटना ग्वालियर के महाराज बाड़े क्षेत्र की है, जहां सुबह लगभग 6 बजे ट्रैफिक पुलिस द्वारा चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। ट्रैफिक सूबेदार वंदना रावत अपनी ड्यूटी पर तैनात थीं, तभी एक युवक तेज रफ्तार में बाइक को रॉन्ग साइड से लाते हुए दिखाई दिया। सूबेदार वंदना ने युवक को रोका और नियम तोड़ने पर 500 रुपए का चालान काटा।
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धमकी और पहचान का झूठा दावा
चालान कटने के बाद युवक ने बहस शुरू कर दी और अपने आप को सीआरआई (CRI) का स्पेशल अफसर बताया। युवक ने वंदना रावत से कहा कि वह "हाईकोर्ट का आदेश लाकर तुम्हें ड्यूटी से हटवा देगा।" पुलिस अफसर की यह कार्यवाही एकदम नियमानुसार थी, लेकिन युवक ने हंगामा शुरू कर दिया और नाराज होकर सड़क पर बैठ गया।
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जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अब इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है कि युवक वास्तव में किसी विभाग से जुड़ा हुआ है या उसने सिर्फ झूठा दावा किया था। सीआरआई में स्पेशल ऑफिसर होने की उसकी बात की भी पुष्टि नहीं हो पाई है।
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महिला अफसर की सख्ती
इस घटना में ट्रैफिक सूबेदार वंदना रावत की सख्त कार्यशैली की जमकर तारीफ हो रही है। उन्होंने नियम तोड़ने पर बिना किसी दबाव के कार्रवाई की और सार्वजनिक रूप से धमकी मिलने के बावजूद अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटीं। सोशल मीडिया पर भी यह विषय तेजी से वायरल हो रहा है।