BHOPAL. एक महंत को महामंडलेश्वर बनाने का झांसा देकर उसके साथ साढ़े सात लाख रुपए की ठगी करने के मामले में आरोपी महिला और पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ( Mahamandaleshwar Mandakini arrested ) को मंगलवार सुबह ( 14 मई ) पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को मंदाकिनी के अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही चिमनगंज मंडी पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। ( Ujjain former Mahamandaleshwar Mandakini )
पुरी ने की थी आत्महत्या की कोशिश
महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी ने आत्महत्या (Suicide) करने की कोशिश की है। बीते दिनों महामंडलेश्वर मंदाकिनी माता पर साढ़े सात लाख रुपए लेकर महामंडलेश्वर की पदवी दिलाने के आरोप लगे थे। जिसके बाद उन्होंने कीटनाशक पीक कर खुदकुशी करने का प्रयास कर चुकी है।
मंदाकिनी पुरी ने कई लोगों से की धोखाधड़ी
महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर साथ ही शासकीय स्तर पर कई पदों का प्रलोभन दिलाने को नाम पर मंदाकिनी पुरी ने कई लोगों से धोखाधड़ी को अंजाम दिया है। गत दिनों अखाड़ा परिसर में किए गए यज्ञ के नाम पर भी मंदाकिनी पुरी से जुड़े कई लोगों द्वारा अवैध चंदा वसूल की गई है। इस पर भी अब अखाड़े द्वारा वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। यह जानकारी पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सचिव श्रीमंत रामरतन गिरी महाराज ने दी।
स्थानीय संत मंडल ने भी किया निष्कासित
अखाड़ा द्वारा की गई कार्रवाई के बाद उज्जैन के स्थानीय संत मंडल द्वारा भी तुरंत प्रभाव से मंदाकिनी पुरी को निष्कासित कर दिया गया। जानकारी स्थानीय संत मंडल के अध्यक्ष श्री महंत रामेश्वर गिरी महाराज जूना अखाड़ा ने दी और कहा कि आगामी किसी भी धार्मिक कार्यक्रम, कथा भंडारे आदि में मंदाकिनी को आमंत्रित नहीं किया जाएगा।
कौन है मंदाकिनी पुरी
महिला संत मंदाकिनी पुरी पंचायती निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर थीं। वे महामंडलेश्वर बनने वाली पहली महिला थीं। निरंजनी अखाड़े से जुड़ने और महामंडलेश्वर बनने के बाद महिला संत के रूप में वे बेहद प्रसिद्ध हो गई थीं।
श्राप भी देती हैं धोखाधड़ी की आरोपी मंदाकिनी पुरी
मंदाकिनी पुरी शुरू से बेहद विवादित रहीं हैं। अब उनके कई कारनामे बाहर आ रहे हैं। पिछले साल मई माह में उन्होंने महाकाल मंदिर में हंगामा मचा दिया था। मंदाकिनी पुरी जब महाकाल मंदिर जाती थीं तब मंदिर प्रशासन को हड़काते रहती थीं। एक जब उन्हें पूजा करने में कुछ विलंब हो गया तो वे ऐसी भड़कीं कि प्रशासन को श्राप दे डाला। इतना ही नहीं, उन्होंने महाकाल लोक निर्माण में भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए थे।