पूर्व सीएम उमा भारती ने गंगा-गौ माता की रक्षा के लिए मोदी और मोहन से की ये बड़ी मांग
पूर्व सीएम उमा भारती ने गंगा और गौ माता के लिए अदालत स्थापित करने की योजना को निरस्त कर दिया है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से गंगा संरक्षण और गौ संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नया बयान जारी किया। उन्होंने अपनी पहले की योजना को बदलने का फैसला लिया है। उमा भारती ने कहा कि वह अब भोपाल में गौ और प्रयागराज में गंगा की अदालत नहीं लगाएंगी। उन्होंने यह भी कहा है कि गौ माता और श्री गंगा जी अदालत में क्यों गुहार लगाएंगे, जबकि उनका जीवन रक्षा का अधिकार सरकारों के कर्तव्यों में है।
1) 2010 से जब गंगा आंदोलन प्रारंभ हुआ तो देश के सभी राजनीतिक दल देश के दोनों सदनों के सभी सदस्य, श्री गंगा जी की अविरलता एवं निर्मलता के प्रस्ताव को निर्विरोध पारित करने के पक्ष में थे।
उमा भारती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि 2016 में शुरू की गई गंगा संरक्षण योजना को ज्यों का त्यों लागू किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि यह मोदी जी का परम कर्तव्य है कि वे गंगोत्री से गंगासागर तक गंगा की रक्षा के लिए उन योजनाओं को लागू करें। उन्होंने कहा कि इस मामले में और कोई कार्यवाही की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह सरकार की जिम्मेदारी है।
उमा भारती ने मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव से आग्रह किया कि वे गौ संवर्धन में राज्य को आदर्श बनाएं। वह चाहती हैं कि मध्य प्रदेश गौ संवर्धन के मामले में मॉडल राज्य बने, ताकि अन्य राज्य भी इसका पालन कर सकें। उमा भारती ने यह भी कहा कि सीएम, जो स्वयं गौ पालक हैं, इस दिशा में ठोस कदम उठाएं।
उमा भारती ने कहा कि अगर केंद्र और राज्य सरकारों में विरोधी होते, तो आंदोलनों की जरूरत होती। लेकिन, पीएम मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव गंगा और गौ माता के प्रति आस्थावान हैं। अब उन्हें अपनी आस्था साबित करने की जरूरत है। उमा भारती ने कहा कि उनके उठाए गए कदम सत्ता में बने रहने की सार्थकता को साबित करेंगे। गौ संरक्षण
FAQ
उमा भारती ने गंगा-गौ माता के लिए अदालत बनाने का निर्णय क्यों बदला?
उमा भारती ने गंगा और गौ माता के लिए अदालत बनाने का निर्णय इसलिए बदला, क्योंकि उनका मानना है कि यह सरकार का कर्तव्य है। गंगा और गौ माता की रक्षा के लिए योजनाओं को लागू करना सरकार का काम है, न कि अदालतों में गुहार लगाना।
उमा भारती ने मोदी सरकार से क्या अपील की है?
उमा भारती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है। उन्होंने कहा कि 2016 में शुरू की गई गंगा संरक्षण योजना को लागू किया जाए। गंगा के संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।