मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित वल्लभ भवन ( Vallabh Bhavan ) में 9 मार्च को हुए अग्निकांड में बड़ा खुलासा है। दरअसल आग की घटना के बाद प्रदेश सरकार के आदेश पर अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ( Additional Chief Secretary Mohammad Suleman ) की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई थी। जांच कमेटी ने गुरुवार यानी 13 जून को अपनी रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंप दी है।
अपर मुख्य सचिव की रिपोर्ट में लिखा है कि बिजली की वायरिंग सही नहीं थी और सीसीटीवी कैमरे भी बंद थे। यहां पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर प्रदेश के इतने बड़े मंत्रालय में बिजली की वायरिंग सही क्यों नहीं थी और मंत्रालय पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे एक साथ क्यों बंद पड़े थे ?
अपर मुख्य सचिव सुलेमान की अध्यक्षता में बनी थी जांच कमेटी
अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान की अध्यक्षता में बनी इस समिति की अंतरिम रिपोर्ट के बाद फाइनल रिपोर्ट अब तक नहीं दी गई है। इसी को लेकर गुरुवार यानी 13 जून को मंत्रालय में दोपहर बाद कमेटी के अफसरों की बैठक हुई, लेकिन इसके मामले में फिलहाल कोई अधिकारी कुछ कहने को तैयार नहीं है।
आग लगने के पीछे शार्ट सर्किट और बरसों पुरानी वायरिंग को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है। इसको लेकर अधिकारी कुछ नहीं कह रहे हैं। इससे पहले प्रारंभिक रिपोर्ट में लोक निर्माण विभाग को जिम्मेदार बताया गया था।
अग्निकांड में फाइल और फर्नीचर खाक
नौ मार्च को वल्लभ भवन के पांचवीं मंजिल पर स्थित मोहन सरकार के मंत्रियों को आवंटित कक्ष जलकर पूरी तक खाक हो गए थे। यहां रखा फर्नीचर और अन्य सामग्री नष्ट हो गए थे। इस आगजनी में मंत्रालय की चौथी मंजिल के कमरों को भी नुकसान हुआ था।
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