संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर से लोकसभा सीट के लिए सांसद शंकर लालवानी का टिकट कट गया है। यह बात मंगलवार सुबह शक्ति वंदन अभियान के दौरान खुद नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya) ने कही। साथ ही कहा कि इस बार पीएम चाहते हैं कि किसी महिला को टिकट मिले और महिला को सेफ सीट से लड़ाया जाए, लेकिन शाम होते-होते सुर बदल गए। विजयवर्गीय ने अब अपने बयान को मजाक बताया है।
सुबह कार्यक्रम में यह बोले थे विजयवर्गीय
मुझे तो उड़ते-उड़ते हुए खबर यह भी मिली है कि शंकर लालवानी का टिकट इसलिए कटा किसी महिला को देना है, ऐसा उड़ते उडते हुए खबर मिली है, पता नहीं मुझे। महिला सासंद होना चाहिए। प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि किसी महिला को लड़ाओ और सेफ सीट से लड़ाओ।
शाम को मीडिया से फिर बोले मजाक किया था
शाम को मीडिया के सवाल पर कहा कि- महिलाओं का कार्यक्रम था, मैं मजाक कर रहा था कि कौन-कौन चुनाव लड़ना चाहता है, मोदीजी ने 35 फीसदी आरक्षण दिया है, सभी महिलाओं ने हाथ खड़े कर दिए। वह एक तरीके से मजाक था, अभी टिकट तय नहीं हुआ, शंकर जी भी अभी उम्मीदवार हैं।
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सुबह यह भी बोला था
सुबह शक्ति वंदन अभियान कार्यक्रम में हंसी-मजाक के मूड में नजर आए विजयवर्गीय ने पूछा था कि कि कौन महिला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती है, इस दौरान महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि कविता यादव जी। वहीं हॉल में बैठी सभी महिलाओं ने कहा कि हम लड़ना चाहते हैं। इस पर विजयवर्गीय ने कहा कि सभी महिलाएं चुनाव लड़ना चाहती हैं, यह सभी विधानसभा और लोकसभा लड़ेंगीं तो हम क्या करेंगे ? जयपाल चावड़ा जी सोचिए, आप क्या करेंगे ? आपने तो आईडीए छोड़ दिया, कुकिंग क्लास जॉइन करें अब।
30 साल महिला सांसद ही रहीं इंदौर में
इंदौर में 35 साल से बीजेपी के पास ही सांसद सीट है। इसमें 30 साल 1989 से 2019 तक तो सुमित्रा महाजन ही लगातार आठ बार चुनाव जीती और सांसद व फिर स्पीकर तक बनी। साल 2019 में शंकर लालवानी को टिकट मिला और चुनाव जीता। यह मप्र में सबसे सुरक्षित सीट बीजेपी के लिए मानी जाती है।
सांई और भाई में अच्छा नहीं है तालमेल
सांई यानी शंकर लालवानी और भाई यानी कैलाश विजयवर्गीय के बीच में खास तालमेल कभी नहीं रहा। खासकर जिस तरह लालवानी, तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के करीबी रहे और विजयवर्गीय उस दौर में अलग रहे, उसने दोनों के बीच में दूरियां ही रखीं। चौहान के समय लालवानी को खासी तवज्जो मिली। ताई यानी महाजन के हटने के बाद उनका गुट साइड हो गया और फिर लालवानी का एक तरह से सांई गुट तैयार होने लगा था, जो भाई गुट के समर्थकों को अलग रख रहा था। इसी के चलते संबंधों में खटास बनी रही।
पहले दौर में सीट होल्ड हुई इंदौर की
बीजेपी ने हाल ही में 195 टिकट की सूची जारी की थी, इसमें मप्र की 29 में से 25 जारी की लेकिन पांच सीट होल्ड कर दी, इसमें इंदौर भी एक है। बाकी उज्जैन, बालाघाट, छिंदवाड़ा और धार है। इस सीट के होल्ड होने के बाद ही यह बात चल रही है कि यहां से टिकट कटेगा और किसी अन्य को दिया जाएगा। इसमें मुख्य तौर पर महिला दावेदारों की ही बात चल रही है। अब विजयवर्गीय के बोलने के बाद इस बात में और दम नजर आया है।