वेयरहाउस मैनेजर ने की सुसाइड, भाजपा से जुड़े वेयरहाउस संचालकों पर आरोप

मध्यप्रदेश के आलोट में वेयरहाउस मैनेजर आरडी शर्मा ने आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट में भाजपा नेताओं मनोज काला और राजेश परमार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है। पुलिस जांच जारी है।

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Siddhi Tamrakar
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मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के आलोट में वेयरहाउस मैनेजर आरडी शर्मा की आत्महत्या ने प्रशासन और राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में दो भाजपा से जुड़े वेयरहाउस संचालकों, मनोज काला और राजेश परमार, पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। यह मामला वेयरहाउसिंग क्षेत्र की कार्यप्रणाली और राजनीतिक हस्तक्षेप पर सवाल खड़े कर रहा है।

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सुसाइड नोट में लिखे नाम

ग्वालियर निवासी आरडी शर्मा आलोट में किराए के मकान में अकेले रहते थे। शनिवार को उन्होंने सल्फास खा लिया, जिसके बाद उन्हें उज्जैन रेफर किया गया। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से 7-8 पंक्तियों का सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें स्पष्ट रूप से मनोज काला और राजेश परमार का नाम लिया गया।

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संक्षेप में ऐसे समझें पूरा मामला

आरोपित भाजपा नेता

• मनोज काला: श्रीनाथ वेयरहाउस के संचालक और सांसद के करीबी।

• राजेश परमार: कृष्णा एग्रो सर्विसेस के संचालक और ताल के पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष।

सुसाइड नोट का खुलासा

सुसाइड नोट में आरडी शर्मा ने लिखा कि इन दोनों वेयरहाउस संचालकों ने गोदाम का स्टॉक गायब कर दिया और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।

पुलिस की कार्रवाई

• आलोट और ताल क्षेत्र के सभी वेयरहाउस सील।

• कमरे से सुसाइड नोट बरामद, जिसमें प्रताड़ना के कारण आत्महत्या का उल्लेख।

आरोपितों का पक्ष

मनोज काला ने आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यह किसी पारिवारिक विवाद का परिणाम हो सकता है।

FAQ

आरडी शर्मा कौन थे?
आरडी शर्मा मध्यप्रदेश वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के आलोट शाखा के मैनेजर थे।
सुसाइड नोट में किनके नाम लिखे हैं?
सुसाइड नोट में मनोज काला और राजेश परमार का नाम लिखा गया है।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने आलोट और ताल क्षेत्र के सभी वेयरहाउस सील कर दिए हैं और मामले की जांच जारी है।
आरोपितों का क्या कहना है?
आरोपितों ने आरोपों को निराधार बताते हुए इसे पारिवारिक विवाद का परिणाम कहा है।
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
यह मामला प्रशासनिक लापरवाही और राजनीतिक दबाव को उजागर करता है, जो सरकारी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है।

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