मध्य प्रदेश के इंदौर क्राइम ब्रांच में 'यमराज' हेड कांस्टेबल जवाहर सिंह जादौन अब इस दुनिया में नहीं रहे। जवाहर सिंह जादौन की मौत करंट की चपेट में आने से हुई है। करंट लगने के वक्त वे अपनी गाय की सेवा कर रहे थे। इससे उनकी और उनकी गाय की मौत हो गई। हेड कांस्टेबल जवाहर सिंह जादौन इंदौर पुलिस के चहेते व्यक्ति थे, उनकी अकाल मृत्यु होने पर पुलिस महकमे में दुख की लहर फैल गई है। कोरोना के समय में इंदौरवासियों को जागरूक करने के उद्देश्य से यमराज बनकर घूमने वाले हेड कांस्टेबल जादौन ने खूब सुर्खियां बटोरी थी।
'यमराज' बन करते थे जागरूक
जब कोरोना वायरस के डर से पूरी दुनिया घर में कैद थी, उस वक्त लोगों को जागरूक करने के लिए जवाहर जादौन खुद यमराज बनकर यह संदेश दे रहे थे कि लोग घरों में रहें और बिना किसी जरूरी काम के बाहर न जाएं। जवाहर लोगों से कहते थे कि हमारी खुशकिस्मती है कि देश में वैक्सीन लग रही है, उन्होंने लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया, इसी के साथ वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर भी जवाहर ने लोगों को संदेश दिया था।
कॉलोनाइजर वरुण पुरी गिरफ्तार, इंदौर से पकड़कर ले गई दिल्ली पुलिस
करंट लगने से हुई मृत्यु
जानकारी के अनुसार जवाहर सिंह जादौन इंदौर क्राइम ब्रांच में हेड कांस्टेबल के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। वे पुरानी इंदौर पुलिस लाइन में रहते थे। उन्होंने अपने घर के पास के बाड़े में एक गाय रखी हुई थी। वह हर दिन गौ माता की सेवा किया करते थे। गाय को नहलाते वक्त बाड़े में अचानक करंट फैल गया जिसकी चपेट में आकर वह बेहोश होकर जमीन पर गिर गए।
इंदौर में श्री गुरुसिंघ सभा चुनाव 3 नवंबर को कराने के आदेश
बाड़े के पास से गुजरने वाले एक व्यक्ति ने उन्हें बेहोश देखकर पुलिस को जानकारी दी। फिर परिजन और पुलिस उन्हें पास के अस्पताल लेकर गई, जहां से उन्हें बड़े अस्पताल रेफर कर दिया गया, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
इंदौर महापौर क्यों बोले- कार्रवाई के लिए बॉम्बे बाजार जाओ, यह है वजह
जवाहर सिंह जादौन को जानने वालों ने बताया कि वह बहुत जिंदादिल व्यक्ति थे और लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे। पुलिस कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते थे और अलग-अलग किरदार निभाया करते थे।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक