JAIPUR. प्रोजेक्ट धोलेरा सिटी के नाम पर 2700 करोड़ की ठगी करने वाले मास्टरमाइंड जेल में बैठकर जमीन की रजिस्ट्रियां करवा रहे हैं। नेक्सा कंपनी के रणवीर, सुभाष समेत अन्य ठगों ने गिरफ्तारी से पहले ही 1300 बीघा जमीन अपने ड्राइवरों और नौकरों के नाम कर दी थी। ताकि प्रॉपर्टी पर कोई आंच न आ पाए।
सीज की हुई जमीनों की हो रही रजिस्ट्रियां
करोड़ों की ठगी करने वाले ये ठग जेल में रहकर ही ऑनलाइन मीटिंग करके जमीन की रजिस्ट्रियां करवा रहे हैं। ये वही जमीनें हैं जिन्हें पुलिस ने सीज कर दिया था। बता दें कि एक दिन के अंदर ही 150 प्लॉट की रजिस्ट्रियां करवाई जा चुकी हैं। ये रजिस्ट्रियां अहमदाबाद से कराई जा रही हैं। इससे पीड़ित लोगों ने एफआईआर भी दर्ज कराई है, लेकिन उन राजीनामे का दबाव डाला जा रहा है। यहां तक की कुछ पीड़ितों के राजीनामे भी कोर्ट में पेश कर दिए हैं। कई लोगों के फर्जी राजीनामे तक पेश कर दिए गए।
पुलिस ने 1300 बीघा तक की जमीनों, जो कि अहदाबाद की हैं, उन्हें सीज कर दिया था। फिर भी इनकी रजिस्ट्री की जा रही है। बता दें कि नेक्सा कंपनी के नाम पर 6 से ज्यादा कंपनी हैं। दोनों ठगों ने कई कंपनियों में अपने ड्राइवरों और नौकरों को भी पार्टनर बनाया था। अब यही पार्टनर जमीन की डील कर ट्रांसफर कर रहे हैं।
क्या था मामला?
17 जनवरी 2023 में पता चला था कि नेक्सा एवरग्रीन कंपनी के मालिक 12 हजार करोड़ की ठगी कर फरार हो गए। नेक्सा कंपनी ने गुजरात के धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर बड़े-बड़े सपने दिखाए थे। तीनों रणवीर बिजारणियां, सुभाष बिजारणियां, ओपेंद्र ने मिलकर धोलेरा सिटी में 1500 बीघा जमीन खरीदी थी। इसके साथ ही होटल, फ्लैट समेत कई प्रोजेक्ट शुरू किए थे। उसके बाद रणवीर, सुभाष ने एजेंटों के साथ मिलकर 30 कंपनी अलग से बना ली थी, दरअसल, दोनों की पहले से ही 6 कंपनियां थीं। एजेंटों से मिलने के बाद ठगी के रुपए इन्हीं 30 कंपनियों में जमा कराने लगे थे। धीरे-धीरे इन लोगों ने कई लोगों को ठगा था। राजस्थान के शेखावाटी से लेकर पूरे प्रदेश में लोगों को ठगा गया था।
उसके बाद नेक्सा कंपनी के डायरेक्टर रणवीर बिजारणियां, सुभाष बिजारणियां, ओपेंद्र बिजारणियां, अमरचंद ढाका, दातार सिंह समेत गोपाल दूधवाल को गिरफ्तार कर लिया गया था। शीशराम बिजारणियां, महावीर बिजारणियां, दिलीप बिजारणियां सहित अन्य ठगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हैं।