संजय गुप्ता, INDORE. मप्र की पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट को लेकर गंभीर आरोप लग रहे हैं और इसे व्यापमं-3 घोटाला नाम दिया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (NEYU) ने मंगवलवार को बैठक कर फैसला लिया कि इसे लेकर प्रदेश स्तर पर विरोध किया जाएगा और चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
आंदोलन की शुरुआत 12 बजे जिला स्तरों पर ज्ञापन देकर करेंगे
इस आंदोलन की शुरूआत शुक्रवार को दोपहर 12 बजे जिला स्तरों पर ज्ञापन देकर किया जाएगा। संगठन ने इस दिन सभी कोचिंग संस्थान बंद करने का भी आह्वान किया है। संगठन ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश ESB उर्फ व्यापमं द्वारा ग्रुप 2 व सब ग्रुप 4 पटवारी की पोस्ट पर भर्ती हेतु परीक्षा संपन्न कराई गई जिसमें व्यापक स्तर पर धांधली हुई है और परीक्षा के पहले ही पर्चा लीक किया गया।
इन आधार पर यूनियन ने लगाए घोटाले के आरोप
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के रंजीत किसानवंशी ने बताया कई लोगों को पेपर पहले ही बेचा जा चुका था। इसका सबूत यह है कि ग्वालियर के एक ही परीक्षा केंद्र से सारे टॉपर आए हैं। यह भी कहा कि...
- ESB द्वारा जो टॉप 10 छात्रों की लिस्ट जारी की गई उसमें 7 छात्र वह है जिनका एग्जाम सेंटर NRI कॉलेज ग्वालियर था यहां भाजपा विधायक से संबंधित कॉलेज बताया जा रहा है।
जो टॉपर NRI कॉलेज से हैं वह रोल नंबर 2488 7991 से 2488 9693 के बीच आने वाले 17 से छात्रों में से हैं जबकि यहां एग्जाम लगभग 14 लाख लोगों ने दी तो इन 1700 छात्रों में से ही सारे टॉपर कैसे आ गए ?
जो टॉप 10 में आए हैं उनके एग्जाम फॉर्म पर सिग्नेचर हिंदी में है सभी सिग्नेचर के राइटिंग सेम है इन्होंने एग्जाम फॉर्म पर सिग्नेचर हिंदी में किए हैं जबकि अंग्रेजी के पेपर में पूरे मार्क्स प्राप्त किए हैं । यह कैसे हो सकता है जो अपने सिग्नेचर हिंदी में करें वह व्यक्ति अंग्रेजी के पेपर में पूरे नंबर प्राप्त करें ?
सभी टॉपर एक क्षेत्र विशेष से क्यों है ?
उक्त भर्ती, जिस परीक्षा एजेंसी से कराई जा रही है वह कंपनी केंद्र सरकार द्वारा ब्लैक लिस्ट की हुई है। फिर भी ESB ने इस ब्लैक लिस्टेड कंपनी को टेंडर दिया।
परीक्षा पेपर में प्रश्न को लेकर सवाल खड़े हुए है कि एक पेपर मे 30-35 प्रश्न गलत है, कुछ के उत्तर गलत है, कुछ ट्रांसलेट गलत है, कुछ डाटा से बाहर है।
जब परीक्षा चल रही थी तब ग्वालियर, मुरैना, सागर के कुछ संदिग्ध पकड़ाए थे जो पैसा लेकर थंब क्लोन बनाकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे थे।
भर्ती परीक्षा मे जानबूझकर परीक्षार्थी को पास के सेंटर छोड़कर 400-500 KM दूर सेंटर दिए गए, ऐसा क्यों किया गया?
जून 2023 की खबर है कि ESB ने भर्ती बिना जैमर के करा दी गयी जबकि ऑनलाइन भर्ती परीक्षा मे जैमर अत्यंत जरूरी है।
विगत वर्ष 2022 से शिक्षक भर्ती वर्ग 3 की परीक्षा मे भी फर्जीवाड़ा सामने आया था जिसमे ANYDESK के जारिये स्क्रीन शेयर कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था, तब भी यही ब्लैक लिस्टेड परीक्षा एजेंसी थी।
नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस न्यायसंगत नहीं है, परीक्षार्थी के स्क्रीन मार्क्स से 8, 10, 12 मार्क्स तक कम हो गए।
साथ ही परीक्षा परिणाम मे स्क्रीन मार्क्स नही दिखाते है ऐसे मे परीक्षार्थी दावा भी नही कर सकता कि उसके मार्क्स इतने कम हो गए।
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पटवारी परीक्षा में घोटाले की आवाज सरकार तक पहुंचाना है
यूनियन के राधे जाट ने कहा कि मीटिंग की थी, जिसमें कई कोचिंग के शिक्षक, उम्मीदवार भी उपस्थित हुए थे। फैसला लिया गया कि सभी कोचिंग इसमें शामिल होंगे औऱ् कोई कोचिंग शुक्रवार को नहीं चलेगी, यह बड़ा घोटाला हुआ है और इससे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ हुआ है। रणजीत ने कहा कि एकजुट होकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाना होगी। इसके लिए सभी को एकजुट होना है। यह बड़ा पटवारी घोटाला हुआ है।