खड़गे, राहुल व प्रियंका की गिरफ्तारी पर बोले गहलोत-पायलट, लोकतंत्र में विपक्ष को विरोध का अधिकार
राजस्थान के पूर्व सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम पायलट ने कहा कि विपक्ष को विरोध का अधिकार। चुनाव आयोग वोट चोरी की करवाए जांच। डिजिटल वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज दिए जाएं।
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राहुल गांधी और विपक्ष की ओर से भाजपा और चुनाव आयोग पर वोट चोरी करने के आरोप में विरोध प्रदर्शन में सभी को गिरफ्तार करने पर ट्वीट कर विरोध जताया है।
पायलट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स लिखा है कि भाजपा सरकार डरी हुई है और इस प्रकार विपक्षी दलों की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस पार्टी सहित विपक्ष की मांगें साफ हैं कि इलेक्शन कमीशन पारदर्शिता दिखाते हुए डिजिटल वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराए।
आज कांग्रेस अध्यक्ष @Kharge जी और नेता प्रतिपक्ष @RahulGandhi जी के साथ विपक्षी दलों ने वोट चोरी के खिलाफ इलेक्शन कमीशन तक मार्च निकाला। इस मार्च को बीच में ही रोककर खरगे जी, राहुल जी समेत सभी सांसदों को हिरासत में ले लिया गया।
वहीं गहलोत ने लिखा कि वोट चोरी के विरोध में मार्च निकाल रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य सांसदों को हिरासत में लिया जाना बेहद निंदनीय एवं लोकतंत्र पर कुठाराघात है।
गहलोत ने लिखा कि डेमोक्रेसी में विपक्ष को अपनी बात रखने का अधिकार है और प्रदर्शन, मार्च इत्यादि के जरिए ही वे अपने मुद्दों पर जनता की आवाज को बुलंद करते हैं।
वोट चोरी के विरोध में मार्च निकाल रहे कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा जी समेत अन्य सांसदों को हिरासत में लिया जाना बेहद निंदनीय एवं लोकतंत्र पर कुठाराघात है। डेमोक्रेसी में विपक्ष को अपनी बात उठाने का…
दोनों नेताओं के कहा कि प्रदर्शन करते नेताओं को हिरासत में लेना उनके विरोध के अधिकार का हनन है। केन्द्र सरकार एवं चुनाव आयोग राहुल गांधी की ओर से तथ्यों के साथ लगाए गए वोट चोरी के आरोप की जांच करने की बजाय ध्यान भटकाने के लिए दूसरे रास्ते अपना रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष तो क्या किसी आम आदमी या मीडिया संस्थान की ओर से भी इतनी बड़ी अनियमितताएं सामने लाने पर चुनाव आयोग का कर्तव्य है कि उनकी जांच करवाए। पर चुनाव आयोग का ऐसा रुख इस संस्था में आमजन के विश्वास को खत्म कर रहा है।
1. गहलोत और पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर क्या कहा?
गहलोत और पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बताया और विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के अधिकार का समर्थन किया।
2. विपक्षी दल चुनाव आयोग से क्या मांग कर रहे हैं?
विपक्षी दल चुनाव आयोग से डिजिटल वोटर लिस्ट और सीसीटीवी फुटेज की मांग कर रहे हैं, ताकि वोट चोरी के आरोपों की जांच की जा सके।
3. गहलोत और पायलट ने चुनाव आयोग के रवैये पर क्या प्रतिक्रिया दी?
गहलोत और पायलट ने चुनाव आयोग के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि आयोग को चुनाव में उठाए गए आरोपों की जांच करनी चाहिए, लेकिन उनका रवैया आम जनता के विश्वास को कमजोर कर रहा है।