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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर वोट चोरी के आरोप लगाए जाने के बाद देश भर में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस मप्र जीतू पटवारी भी इंदौर में रविवार को कह चुके हैं कि MP में भी वोट चोरी हुए हैं और इसका खुलासा 13 अगस्त को करेंगे। वहीं अब इसी बीच सांवेर में मंत्री तुलसी सिलावट की जीत को कांग्रेस ने वोट चोरी की जीत बताया है।
यह लगाए आरोप
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव राकेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि सांवेर में तुलसी सिलावट की साल 2020 में विधानसभा उपचुनाव की जीत और फिर साल 2023 विधानसभा की जीत वोट चोरी की जीत का नतीजा है। उल्लेखनीय है कि साल 2020 तक सिलावट कांग्रेस के साथ थे और 2018 की जीत वह कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में चले गए और 2020 के नंवबर उपचुनाव में वह बीजेपी के टिकट पर बंपर वोट से जीते और फिर 2023 में लगातार तीसरी जीत हासिल की और सबसे बड़ी जीत हासिल की। सांवेर सीट एससी आरक्षित है।
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यह लगाए आरोप, एकदम से कांग्रेस का वोट प्रतिशत क्यों घटा
आरोप लगाए गए हैं कि जब वोटिंग फीसदी लगभग बराबर रहा है तो एकदम से अचानक 2023 के विधानसभा चुनाव में एकदम से कांग्रेस को मिले वोट का प्रतिशत 40 फीसदी से भी कम कैसे गिर गया, जो आज तक नहीं हुआ था। जो सिलावट 2018 के चुनाव में 2945 वोट से जीत रहे थे वह 2020 में 53 हजार वोट से तो और 2023 में तो 68845 वोट से जीत गए।
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इस तरह से रहा इंदौर की सांवेर सीट में तीन चुनाव में वोट का हिसाब
- साल 2018 में कुल 2.46 लाख वोट में से 1.99 वोट डले और 80.97 फीसदी वोटिंग हुई। इसमें कांग्रेस के टिकट पर तुलसी सिलावट को 96505 वोट यानी 48.38 फीसदी वोट मिले और बीजेपी के डॉ. राजेश सोनकर को 93590 वोट यानी 46.90 फीसदी वोट मिले। कांग्रेस से सिलावट 2945 वोट से जीते।
- साल नवंबर 2020 में उपचुनाव हुए और 2.70 वोट में से 2.10 लाख वोट डले , वोटिंग प्रतिशत 78.51 फीसदी रहा। इस दौरान बीजेपी के टिकट पर तुलसी सिलावट को 1.29 लाख वोट मिले जो 61.42 फीसदी थी और कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डु को 36.38 फीसदी यानी 76412 वोट मिले। सिलावट पहली बार 53 हजार से अधिक वोट से जीते।
- साल 2023 विधानसभा चुनाव में 3.02 लाख वोट में 2.45 लाख यानी 81 फीसदी वोट गिरे। इसमें बीजेपी के सिलावट को 1.51 लाख यानी 61.70 फीसदी वोट और कांग्रेस की रीना बोरासी को 82194 वोट मिले जो केवल 33.57 फीसदी था। सिलावट 68854 बंपर वोट से जीते।
- कांग्रेस का आरोप है कि साल 2018 और 2020 चुनाव के दौरान वोटिंग प्रतिशत में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं था लेकिन सिलावट की जीत बीजेपी में जाते ही उनकी पुरानी जीत के मुकाबले 18 गुना हो गई। वहीं जब 2023 का चुनाव हुआ तो उनकी जीत इस बार और भी बंपर हो गई और 68854 वोट से जीत गए।
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