राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा (Bhilwara) शहर में जलदाय विभाग (PHED) ने ऐसा कारनामा कर दिया कि शहर के प्रथम नागरिक मेयर राकेश पाठक विभाग के जेईएन (JEN) के पैर छूने पर मजबूर हो गए। दरअसल, भीलवाड़ा में पंचमुखी मोक्षधाम से पंचमुखी हनुमान मंदिर तक जलदाय विभाग द्वारा नगर निगम की बिना अनुमति के सड़क खोदने से आमजन को परेशानी हो रही थी। इसे लेकर महापौर राकेश पाठक मौके पर पहुंचे और नाराजगी जताई। उन्होंने विभाग के जेईएन से जवाब-तलब करते हुए हाथ जोड़कर अनुरोध किया और यहां तक कि उनके पांव तक पकड़ लिए। महापौर ने कहा कि जनता हमारी ऐसी-तैसी कर देती है। सड़कें खोदकर मत छोड़िए। आप लोग सड़क खोदते हो और लोग हमारी ऐसी-तैसी करते हैं। बारिश के मौसम में सड़कें खोदने से लोगों को परेशानी होती है। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस दौरान महापौर राकेश पाठक ने कहा कि सड़क खोदने से लोगों को परेशानी होती है, खासकर बारिश के मौसम में। पाठक ने विभाग के जेईएन से हाथ जोड़कर निवेदन किया कि ऐसे कामों से जनता की समस्या बढ़ती है। इसके बाद पाठक ने जेईएन से यह कहते हुए पैर तक पकड़ लिए कि सड़क खोदने के कारण उनकी छवि खराब हो रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में महापौर को जेईएन के पास जाकर उनके पैर पकड़ते हुए देखा जा सकता है, जो कि प्रशासनिक तंत्र में एक अप्रत्याशित घटना थी। महापौर ने यह भी कहा कि लोग हमारी बदनामी करते हैं, जबकि ये काम विभाग करता है।
जलदाय विभाग ने बिना रोड कटिंग की अनुमति के पाइपलाइन डालने के लिए सड़क खुदाई का काम शुरू कर दिया था। जब पार्षद हेमंत शर्मा को इस बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने काम रुकवाया। इसके बाद जलदाय विभाग के जेईएन श्रीराम मीणा मौके पर पहुंचे और काम फिर से शुरू कराने का दबाव डालने लगे।
महापौर राकेश पाठक ने जेईएन को समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो पाठक ने हाथ जोड़कर अपील की और यह कहा कि जब तक रोड कटिंग की अनुमति नहीं दिखाई जाती, तब तक काम नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कामों से आमजन परेशान हो रहे हैं और उन्हें गलत तरीके से आलोचना का सामना करना पड़ता है। इसके बाद उन्होंने निगम का दस्ता बुलाकर विभाग की जेसीबी जब्त करा दी।