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राजस्थान के बीकानेर शहर में अपराधियों ने एक बार फिर से कानून व्यवस्था को चुनौती दी है। बुधवार तड़के बीकानेर के सादुलगंज क्षेत्र में कांग्रेस नेता और व्यापारी सुखदेव चायल के घर पर हमला हुआ। रोहित गोदारा व लॉरेंस गिरोह से जुड़े बदमाशों ने गोलियां चलाईं। यह हमला रंगदारी वसूलने के उद्देश्य से किया गया माना जा रहा है।
हमले की जिम्मेदारी फेसबुक पर ली
वारदात की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर हैरी बॉक्सर ने ली है। इस हमले के बाद गैंगस्टर हरी बॉक्सर ने सोशल मीडिया पर एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से इस हमले की जिम्मेदारी ली। उसने लिखा, "हमने यह फायरिंग करवाई है क्योंकि हमारी कॉल्स का जवाब नहीं मिल रहा था। यह एक चेतावनी थी, समय रहते नहीं सुधरे तो बड़ा कदम उठाया जाएगा।" जाहिर है बदमाशों ने यह हमला करके धमकी दी है।
पुलिस कार्रवाई शुरू
घटना के बाद बीकानेर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी। एसपी कावेन्द्र सिंह ने बताया कि हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
पुलिस का मानना है कि हमलावर जल्द ही पकड़ में आ जाएंगे। घटना स्थल से पुलिस ने महत्वपूर्ण सबूत भी इकट्ठा किए हैं, जिसमें दीवारों पर गोलियों के निशान और टूटे हुए कांच शामिल हैं।
सीसीटीवी फुटेज में दो हेलमेट पहने हुए बदमाशों को एक बाइक पर सवार होकर फायरिंग करते हुए देखा गया है।
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मांगी गई थी रंगदारी
पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि हमले के पहले, सुखदेव चायल के भाई और यूथ कांग्रेस के पूर्व शहर जिलाध्यक्ष धनपत चायल को रोहित गोदारा गैंग से धमकी भरे फोन कॉल्स आए थे। इन कॉल्स में 5 करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी। रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी, जिसे बाद में हमलावरों ने अपनी कार्रवाई के रूप में अंजाम दिया।
घटना स्थल पर गोलियों के निशान
हमले के बाद पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और सबूतों को संकलित किया। घटनास्थल पर गोलियों के निशान दीवारों पर स्पष्ट रूप से दिखे। इसके साथ ही कुछ कांच भी टूटे हुए मिले, जो हमले के दौरान फायरिंग के कारण हुए थे। इससे यह साबित होता है कि हमलावरों ने काफी तेजी से और बिना किसी डर के हमला किया था।
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कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान
इस घटना ने बीकानेर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं। हाल ही में बीकानेर पुलिस ने रोहित गोदारा गैंग के सदस्यों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए थे, लेकिन फिर भी इस प्रकार का दुस्साहसिक हमला हो गया। यह पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है।
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बीकानेर में दहशत का माहौल
इस हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। स्थानीय लोग भयभीत हैं। लोग इस बात से आशंकित हैं कि ऐसा हमला किसी भी समय, किसी के भी घर पर हो सकता है। हमले के बाद कई घर के कांच टूट गए हैं और गोलियों के निशान दीवारों पर दिखाई दे रहे हैं। इससे यह साफ होता है कि हमलावरों ने किसी प्रकार का कोई डर या संकोच महसूस नहीं किया और बिना किसी भय के हमला किया।
पुलिस प्रशासन की विफलता उजागर
यह हमला एक और उदाहरण है कि कैसे अपराधी तत्व रंगदारी वसूलने के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं। बीकानेर जैसे शहरी इलाके में इस तरह की घटनाएं न केवल स्थानीय निवासियों को डराती हैं, बल्कि यह पुलिस प्रशासन की विफलता को भी उजागर करती हैं। रंगदारी वसूलने के लिए गैंग्स द्वारा ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया जाना एक गंभीर समस्या बन चुका है। इससे स्थानीय व्यापारियों और नेताओं की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
पूरी तरह से बेखौफ हैं अपराधी
बीकानेर के कांग्रेस नेता सुखदेव चायल के घर पर फायरिंग की वारदात से क्षेत्र में दहशत है। घटना से पहले, सुखदेव चायल के भाई धनपत चायल ने बताया था कि रोहित गोदारा से उन्हें धमकी भरे कॉल्स आए थे। इन कॉल्स में 5 करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की गई थी, और न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। यह दिखाता है कि अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हैं और सीधे तौर पर अपने मनमाने तरीके से लोगों को धमकाने और डराने का प्रयास कर रहे हैं।
पुलिस की कार्यप्रणाली कटघरे में
बीकानेर में रंगदारी के लिए लॉरेंस गैंग के बदमाशों ने की फायरिंग। बीकानेर में हुई इस तरह की हिंसक घटना ने न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा किया है, बल्कि यह अपराधियों के बढ़ते हौसले और बेखौफ कार्रवाई का भी संकेत देती है। रंगदारी वसूली के इस खतरनाक खेल के बीच, यह जरूरी है कि पुलिस और प्रशासन इस पर कड़ी नजर रखें और ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं। स्थानीय लोगों को भी सुरक्षा और अपराधियों के खिलाफ मजबूत कार्रवाई की उम्मीद है ताकि बीकानेर में इस तरह की घटनाएं न हों।