राजस्थान मानसून अलर्ट : कमजोर पड़ा मानसून, जानें अगले सात दिन कैसा रहेगा मौसम

राजस्थान में 2025 के मानसून सीजन में 700 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। विशेषज्ञ इसे क्लाइमेट चेंज का असर मान रहे हैं, जबकि अगले 7 दिन मौसम सूखा रहने का अनुमान है।

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Nitin Kumar Bhal
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Photograph: (TheSootr)

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Rajasthan Weather Update : राजस्थान, जो कि एक सूखा राज्य माना जाता है, इस बार मानसून सीजन में अप्रत्याशित बारिश से जूझ रहा है। 1 जून से 9 सितंबर 2025 तक के 100 दिनों में राज्य में 700 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है, और अब भी मानसून सीजन खत्म नहीं हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह अत्यधिक बारिश क्लाइमेट चेंज (Climate Change) के कारण हो रही है। हालांकि, अगले सात दिन राजस्थान में बारिश की संभावना न के बराबर है। 10 सितंबर 2025 को राजस्थान में बारिश का अलर्ट नहीं है।

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राजस्थान में भारी बारिश और उसकी वजह

राजस्थान में इस वर्ष मानसून सीजन में बहुत अधिक बारिश हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्लाइमेट चेंज का सीधा असर है। 1 जून से 9 सितंबर 2025 तक राज्य में 700 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जबकि मानसून अब भी खत्म नहीं हुआ है। यदि हम पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों को देखें तो यह बारिश कहीं अधिक है। मौसम के जानकारों का मानना है कि इस भारी बारिश का मुख्य कारण क्लाइमेट चेंज ही है, क्योंकि 20 साल पहले तक राजस्थान जैसे राज्य में इतनी अधिक बारिश नहीं होती थी।

क्लाइमेट चेंज का प्रभाव अब स्पष्ट रूप से राजस्थान में दिखाई देने लगा है। यह राज्य पहले सूखा प्रदेश माना जाता था, लेकिन अब हर वर्ष अधिक बारिश हो रही है। 20 साल पहले तक राजस्थान में इतनी अधिक बारिश नहीं होती थी। लेकिन अब, जलवायु परिवर्तन के कारण, यहां बारिश का पैटर्न बदल गया है। जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के प्रभाव से, यहाँ अधिक तेज बारिश, अत्यधिक गर्मी, और सूखा जैसी घटनाएँ बढ़ रही हैं।

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10 सितंबर 2025 को पूरे राजस्थान में कहीं भी बारिश का अलर्ट नहीं। Photograph: (TheSootr)

25 साल से सूखी नदी में आया पानी तो मनाया जश्न

राजस्थान में हाल ही में हुई बारिश के बाद, राज्य के विभिन्न हिस्सों में सुखद परिवर्तन देखा गया। मंगलवार को दौसा जिले में 25 साल से सूखी पड़ी नदी में अचानक पानी आ गया (राजस्थान मानसून अलर्ट)। यह घटना ग्रामीणों के लिए खुशी का कारण बनी, और उन्होंने इसका जश्न मनाया। वहीं, श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में 70 जीबी गांव के पास घग्गर नदी पार करते समय तीन युवक पानी में फंस गए। दो युवक तो खुद बाहर निकल आए, लेकिन तीसरा दलदल में फंस गया, जिसे ट्यूब डालकर बाहर निकाला गया।

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दौसा जिले में बांदीकुई के पास बहने वाली सावा नदी में 25 साल बाद पानी आया। ग्रामीणों ने डीजे लगाकर जश्न मनाया। Photograph: (TheSootr)

अगले सात दिन का राजस्थान मानसून पूर्वानुमान

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले सात दिन राजस्थान में मौसम सूखा रहेगा। राजस्थान में मानसून की स्थिति में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से कोई खास बदलाव नहीं होगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर बादल बन सकते हैं और हल्की-फुल्की बारिश हो सकती है, लेकिन ज्यादातर जगहों पर धूप रहेगी। इससे तापमान में वृद्धि होने की संभावना है।

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श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ में मंगलवार घग्गर नदी पार कर रहे तीन युवक पानी में फंस गए। Photograph: (TheSootr)

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राजस्थान में 2025 के मानसून में कितनी बारिश हुई?

राजस्थान में इस मानसून सीजन में जुलाई सबसे अधिक बारिश वाला महीना रहा। जुलाई में 290 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि जून में 125.3 मिमी और अगस्त में 184 मिमी बारिश हुई। 1 से 8 सितंबर तक 94 मिमी बारिश हो चुकी है। कुल मिलाकर, 9 सितंबर तक कुल 701.6 मिमी बारिश हो चुकी है। यह आंकड़ा अब तक के मानसून सीजन का एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बन चुका है। 1917 में राज्य में सबसे ज्यादा 844.2 मिमी बारिश हुई थी, जो कि अब तक का सबसे अधिक बारिश का रिकॉर्ड है।

राजस्थान के बांधों की स्थिति

राजस्थान में इस समय 693 छोटे-बड़े बांध हैं, जिनमें से 437 बांध पूरी तरह से भर चुके हैं। इसके अलावा 164 बांध ऐसे हैं, जो 25 से 90 प्रतिशत तक भरे हुए हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण, राज्य में बीसलपुर बांध से 24 जुलाई से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। इस वर्ष की बारिश ने बांधों के पानी स्तर को बढ़ा दिया है, जिससे जल आपूर्ति में सुधार हुआ है।

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बाढ़ और जलभराव की स्थिति

राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ और जलभराव की स्थिति गंभीर बन चुकी है। लगातार हो रही बारिश के कारण, नदियाँ और जलाशय उफान पर हैं। दौसा और अन्य जिलों में अचानक आए जलभराव से स्थानीय लोग परेशान हो गए हैं। हालांकि, बारिश के कारण फसलों के लिए पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है, लेकिन इससे बाढ़ और जलभराव की स्थिति भी पैदा हो रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

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FAQ

1. राजस्थान में मानसून सीजन की बारिश का औसत क्या है?
राजस्थान में मानसून सीजन में बारिश का औसत 400 मिमी के आसपास रहता है, लेकिन इस साल अब तक 701.6 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत से कहीं अधिक है।
2. क्या क्लाइमेट चेंज का असर राजस्थान में साफ दिखता है?
जी हां, क्लाइमेट चेंज का असर राजस्थान में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। अब यहां ज्यादा बारिश हो रही है, जो पहले नहीं होती थी। जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के कारण बारिश का पैटर्न बदल गया है।
3. क्या आगामी दिनों में राजस्थान में बारिश होगी?
नहीं, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले सात दिनों में राजस्थान में बारिश की संभावना कम है। केवल कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
4. राजस्थान में बांधों की स्थिति क्या है?
राजस्थान में इस वर्ष 693 बांध हैं, जिनमें से 437 बांध पूरी तरह से भर चुके हैं। कई बांधों में जल स्तर उच्च है, और बीसलपुर बांध से पानी छोड़ा जा रहा है।
5. राजस्थान में जलवायु परिवर्तन का क्या असर हो सकता है?
जलवायु परिवर्तन के कारण राजस्थान में अधिक बारिश, तेज़ गर्मी, और सूखा जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं। इससे स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और जनजीवन पर असर पड़ रहा है।

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