26 साल में आठवीं बार बीसलपुर बांध के गेट खोले, इतिहास में पहली बार जुलाई में हुआ ओवरफ्लो
राजस्थान में जयपुर और अजमेर की लाइफलाइन बीसलपुर बांध में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने के कारण 26 साल के इतिहास में आठवीं बार और जुलाई में पहली बार गेट खोले गए हैं।
राजस्थान में इस बार का मानसून इतना मेहरबान रहा कि 26 साल का रिकॉर्ड टूट गया। जयपुर और अजमेर के लिए जीवनरेखा माने जाने वाले बीसलपुर बांध के गेट पहली बार जुलाई में खोले गए हैं। यह घटना 26 साल के इतिहास में पहली बार हुई है, जब बांध का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचा और गेट खोले गए।
बीसलपुर बांध में भारी बारिश के कारण पानी की आवक इतनी ज्यादा हो गई कि जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया। इसके बाद, 24 जुलाई को गेट नंबर 10 को शाम 5 बजे खोल दिया गया। बांध से पानी छोड़े जाने की सूचना पहले सायरन बजाकर दी गई, ताकि आसपास के इलाके में लोग सतर्क रहें।
गेट खोलने का यह है आठवां मौका
बीसलपुर बांध के गेट अब तक आठ बार खोले जा चुके हैं। इस बार यह खास इसलिए है, क्योंकि पहली बार जुलाई में गेट खोले गए हैं। इससे पहले, इस बांध के गेट पिछले सालअगस्त महीने में खोले गए थे। पिछले साल भी लगातार दूसरा वर्ष था, जब बांध से पानी छोड़ा गया।
आगे की स्थिति और बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने 27 और 28 जुलाई को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस वजह से पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 26 जुलाई से बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं। 27 और 28 जुलाई को दक्षिण-पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है।
बीसलपुर बांध से पानी छोड़ने के साथ ही बारिश के कारण कुछ स्थानों पर हादसे हुए। झुंझुनूं जिले में हुई बारिश के कारण एक महिला की मौत हो गई, जबकि करौली जिले में पिता-पुत्र बाइक से नदी पार करते वक्त बह गए। इस हादसे में बेटे की मौत हो गई, जबकि पिता अभी भी लापता है।
FAQ
1. बीसलपुर बांध के गेट क्यों खोले गए?
बीसलपुर बांध के गेट को भारी बारिश और पानी के स्तर के बढ़ने के कारण खोला गया। इस बार पहली बार जुलाई में गेट खोले गए।
2. बीसलपुर बांध के गेट खोलने का इतिहास क्या है?
बीसलपुर बांध के गेट अब तक आठ बार खोले गए हैं, और इस बार यह रिकॉर्ड जुलाई में हुआ है।
3. क्या भारी बारिश के कारण अन्य हादसे भी हुए हैं?
हां, भारी बारिश के कारण झुंझुनूं और करौली में हादसे हुए हैं, जिनमें दो लोगों की मौत हुई है।