/sootr/media/media_files/2025/09/06/cyber-fraud-rajasthan-statistics-2024-and-challenges-2025-09-06-12-14-25.jpg)
Photograph: (TheSootr)
राजस्थान में 2024 में साइबर ठगी के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई। कुल 1,00,032 साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज की गईं, लेकिन इनमें से केवल 437 मामलों में एफआईआर (First Information Report) दर्ज की जा सकी। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से बताता है कि प्रदेश में साइबर अपराधों को गंभीरता से लेने में भारी कमी है। जब हम इन आंकड़ों पर गहनता से विचार करते हैं, तो यह समझ में आता है कि जांच प्रक्रिया और साइबर अपराधों के खिलाफ कार्यवाही में न केवल संसाधनों की कमी है, बल्कि गंभीर अव्यवस्थाएं भी हैं। TheSootr में जानें पूरा मामला।
यह खबर भी देखें ...
खेल का जुनून तो राजस्थान पुलिस में भर्ती होने का मौका, खेल कोटा से भरेंगे 167 कांस्टेबल पद
साइबर ठगी में राजस्थान की स्थिति क्या है?
देश भर में साइबर ठगी की शिकायतें रिकॉर्ड संख्या में दर्ज की गईं। राजस्थान का योगदान इस मामले में उल्लेखनीय है, जहां राज्य में कुल 6% साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज की गईं। हालांकि, ठगी की राशि में राजस्थान का हिस्सा 3.5% है। लेकिन एक दिलचस्प तथ्य यह है कि बैंकों में ठगी की राशि को रोकने में राजस्थान का योगदान 13.15% है, जो देश में सबसे अधिक है। इस स्थिति से यह स्पष्ट होता है कि भले ही राज्य में साइबर ठगी के मामले अधिक हों, राज्य ने बैंकों में ठगी की राशि को रोकने में प्रभावी कार्यवाही की है।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/09/06/cyber-fraud-rajasthan-statistics-2024-and-challenges-2025-09-06-12-40-32.jpg)
देशभर में साइबर ठगी की शिकायतें कितनी हैं?
देशभर में एक साल में 17 लाख 18 हजार 320 साइबर ठगी (Cyber Fraud in India) की शिकायतें दर्ज की गईं। इन शिकायतों में से केवल 62 हजार 769 मामलों में ही एफआईआर दर्ज की गई। यह आंकड़ा दर्शाता है कि अधिकांश मामलों में साइबर ठगी की शिकायतों के बाद भी प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इस स्थिति से यह समझा जा सकता है कि साइबर अपराधों के मामलों में कानूनी और तकनीकी संसाधनों की भारी कमी है।
यह खबर भी देखें ...
साइबर एक्सपर्ट मुकेश चौधरी का कहना है कि साइबर थानों में शिकायतें तो दर्ज की जाती हैं, लेकिन संसाधनों और तकनीकी विशेषज्ञों की भारी कमी के कारण एफआईआर दर्ज नहीं हो पाती और जांच की प्रक्रिया में भी रुकावटें आती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, साइबर अपराधों से निपटने के लिए न केवल पुलिस को उच्च गुणवत्ता वाले तकनीकी संसाधन चाहिए, बल्कि साइबर पुलिस थानों में कुशल अधिकारियों की भी आवश्यकता है।
राजस्थान में साइबर ठगी से निपटने में चुनौतियां क्या हैं?
राजस्थान पुलिस में साइबर अपराधों से निपटने के लिए कई साइबर थाने बनाए गए हैं, लेकिन इन थानों में आवश्यक संसाधनों और विशेषज्ञों की भारी कमी है। इसके कारण, ठगी और साइबर अपराधों के मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
प्रमुख चुनौतियां
साइबर थानों में एक्सपर्ट की कमी: साइबर थानों में विशेषज्ञों (Cyber Experts) की कमी एक बड़ी समस्या बनी हुई है। राज्य में इस समय केवल कुछ ही विशेषज्ञ उपलब्ध हैं, जबकि साइबर अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
आईटी बैकग्राउंड न होने के कारण प्रभावी कार्रवाई में कमी: साइबर अपराधों की जांच और समाधान के लिए आईटी (IT) बैकग्राउंड वाले अधिकारियों की आवश्यकता होती है। वर्तमान में, पुलिस विभाग के अधिकांश अधिकारी इस क्षेत्र में प्रशिक्षित नहीं हैं, जिससे जांच में समस्या आती है।
350 साइबर एक्सपर्ट की योजना का अमल न होना: राज्य सरकार ने 350 साइबर विशेषज्ञों की नियुक्ति की योजना बनाई थी, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
संसाधनों की कमी: साइबर थानों में आवश्यक संसाधनों (Resources) की कमी है, जिनके बिना साइबर अपराधों की जांच ठीक से की जा सके।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/09/06/cyber-fraud-rajasthan-statistics-2024-and-challenges-2025-09-06-12-40-56.jpg)
साइबर ठगी होने पर क्या करें?
शिकायत में शामिल करें:
क्या करें:
क्या न करें:
| |
राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर अपराध की समस्या
ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या एक बड़ी चुनौती बन गई है। उदाहरण के लिए, जयपुर ग्रामीण (Jaipur Rural), जोधपुर ग्रामीण (Jodhpur Rural), कोटा ग्रामीण (Kota Rural) और अन्य नए जिलों में अभी तक साइबर थाने नहीं खोले गए हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर अपराधों की शिकायतों का समाधान नहीं हो पा रहा है और लोग सही तरीके से अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पा रहे हैं।
यह खबर भी देखें ...
राजस्थान में बिजली खरीद सवालों के घेरे में, अधिकारियों ने किया मनमाना अनुबंध
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/09/06/cyber-fraud-rajasthan-statistics-2024-and-challenges-2025-09-06-12-41-19.jpg)
साइबर अपराधों के समाधान के उपाय क्या हैं
साइबर थानों की संख्या में वृद्धि: राज्य सरकार को चाहिए कि वह साइबर थानों की संख्या बढ़ाए, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। इससे साइबर अपराधों की शिकायतों का समाधान जल्दी हो सकेगा।
साइबर एक्सपर्ट की भर्ती: साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, राज्य सरकार को साइबर एक्सपर्ट की भर्ती की प्रक्रिया को तेज करना चाहिए।
तकनीकी संसाधनों की बढ़ोतरी: पुलिस थानों में तकनीकी संसाधनों का विस्तार किया जाना चाहिए ताकि साइबर अपराधों की जांच की जा सके।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स औरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃
🤝💬👩👦👨👩👧👧