/sootr/media/media_files/2025/08/14/e-detection-india-2025-08-14-18-24-15.jpg)
राजस्थान में अब परिवहन विभाग ने हाईवे पर वाहनों के लिए एक नया सिस्टम लागू किया है, जिसे ई डिटेक्शन सिस्टम (E Detection System) कहा जाता है।
इस सिस्टम के तहत टोल प्लाजा पर वाहन के नंबर प्लेट को स्कैन कर उसकी पूरी जानकारी निकाली जा रही है।
अगर वाहन का फिटनेस, पीयूसी सर्टिफिकेट या आरसी से संबंधित कोई बकाया है, तो वाहन का चालान तुरंत काटा जा रहा है।
यह व्यवस्था अब प्रभावी रूप से काम करने लगी है, जिससे वाहनधारकों को तुरंत ही जुर्माना भेजा जा रहा है।
कैसे काम करता है ई डिटेक्शन सिस्टम?
वाहन चालक जैसे ही टोल पर पहुंचने पर पहुंचकर पर्ची लेते हैं, वहां लगे आधुनिक कैमरे वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन कर लेते हैं।
यह सूचना परिवहन विभाग के सर्वर पर पहुंच जाती है। उस वाहन से संबंधित सभी जानकारी निकालकर वाहनधारक को चालान भेज देता है।
जुर्माने की सूचना वाहन मालिक के पास सीधे पहुंचती है। इस प्रणाली के तहत बाड़मेर (Barmer) जिले के टोल से लगभग 1000 वाहन चालकों को चालान मिल चुके हैं।
राजस्थान कांग्रेस में फेरबदल की आहट, विधानसभा सत्र के बाद हो सकता है फैसला
राजस्थान में डॉक्टरों का गांव, कोटडी धायलान में है हर तीसरे घर में डॉक्टर
ई डिटेक्शन सिस्टम का ट्रायल
ई डिटेक्शन सिस्टम का राजस्थान में ट्रायल चल रहा है। अगर यह सिस्टम पूरी तरह से सफल रहता है, तो भविष्य में इसे और मजबूत किया जाएगा।
इस प्रणाली के लागू होने से परिवहन विभाग को वाहन मालिकों के बकाया भुगतान के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।
यह सुविधा सरकारी और नियमित टोल प्लाजा से गुजरने वाले वाहनों के बकाया भुगतान को सुगम और तेज बना देगी।
परिवहन विभाग का काम होगा आसान
वर्तमान में, परिवहन विभाग (Transport Department) के निरीक्षकों को सड़कों पर वाहनों की जांच करने के लिए समय देना पड़ता है।
इसके अलावा, उनके पास अन्य प्रशासनिक कार्य भी होते हैं। लेकिन ई डिटेक्शन सिस्टम के लागू होने से उनके काम में भारी कमी आएगी।
टोल पर ही चालान कटने से परिवहन निरीक्षकों को सड़कों पर वाहनों की जांच करने के लिए समय नहीं देना पड़ेगा, जिससे उनका काम और अधिक कुशल हो जाएगा।
सिफारिश और दबाव पर लगेगा अंकुश
जब वाहनों के दस्तावेज पूरे नहीं होते थे, तो परिवहन विभाग के निरीक्षकों पर सिफारिश या दबाव डालने के मामले भी सामने रहे हैं। लेकिन इस नए सिस्टम से यह संभव नहीं होगा।
अब सीधे कंप्यूटर से चालान निकल जाएगा, इसलिए इसमें हेरफेर संभव नहीं होगा।
राजस्थान परिवहन विभाग टोल प्लाजा पर ई डिटेक्शन सिस्टम के जरिए वाहन चालान कर रहा है।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेशकी खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स औरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧👩