/sootr/media/media_files/2025/07/30/fake-degree-2025-07-30-13-32-29.jpg)
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना मेवाड़ यूनिवर्सिटी से जुड़े फर्जी डिग्री प्रकरण की मीडिया को जानकारी देते हुए।
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के गंगरार स्थित मेवाड़ विश्वविद्यालय में राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने मंगलवार को एक टीम के साथ छापे की कार्रवाई की।
उन्होंने विश्वविद्यालय में एक बड़ा घोटाला पकड़ने का दावा किया, जिसमें कथित रूप से फर्जी कृषि डिग्रियां बांटी जा रही थीं। मंत्री ने विश्वविद्यालय पर छात्रों और किसानों को ठगने का आरोप लगाया।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने सोशल मीडिया पर भी इस बारे में जानकारी दी। इसे पढ़ने के लिए इस लिंक को क्लिक करें।
https://x.com/DrKirodilalBJP/status/1950160919499001951?t=dt7SogiBNuqTyG39Ux8zMw&s=08
विश्वविद्यालय में निरीक्षण
मंत्री मीना ने विश्वविद्यालय परिसर में कई कक्षाओं और छात्रावासों का दौरा किया और छात्रों से बातचीत करके जानकारी इकट्ठा की। निरीक्षण के दौरान, उन्होंने एक ऐसे रैकेट का खुलासा किया जो गैर-मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों और फर्जी प्रमाणपत्रों का संचालन कर रहा था। मीना ने विश्वविद्यालय प्रशासन को सख्त निर्देश दिए कि वे शिक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करें और पारदर्शिता लाएं।
कृषि मंत्री ने क्या कहा
मंत्री मीना ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें कई शिकायतें मिली थीं कि विश्वविद्यालय बिना परीक्षा के डिग्रियां बांट रहा था। उन्होंने एक छात्र से मुलाकात की, जिसने उन्हें 64% अंकों वाली डिग्री दिखाई, जो प्रवेश के दो दिन बाद बिना किसी परीक्षा के दी गई थी। फर्जी कृषि डिग्री और शिक्षा घोटाला education scam चिंताजनक है।
राजस्थान में जहरीले पानी से घिरे बालोतरा के गांव, घर छोड़ने को मजबूर ग्रामीण
राजस्थान पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में बड़ा खुलासा, फर्जी डिग्रीधारी 37 ने बिठाए डमी कैंडीडेट
क्या और भी निजी विवि जांच के दायरे में हैं
मेवाड़ यूनिवर्सिटी पर मारा छापा राजस्थान में चर्चा में है। यह कार्रवाई राजस्थान में नकली कृषि सामग्री के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा थी। मंत्री ने हाल ही में बीज गोदामों पर भी छापे मारे थे और बड़ी मात्रा में मिलावट का पर्दाफाश किया था। सूत्रों के अनुसार, मेवाड़ विश्वविद्यालय राजस्थान के उन कई निजी विश्वविद्यालयों में से एक है जो जांच के दायरे में हैं।
क्या थी बिचौलियों की भूमिका
बीकानेर के एक छात्र ने बताया कि उसे एक बिचौलिए के जरिए कृषि डिप्लोमा कोर्स में दाखिला दिलाया गया था। बिचौलिए ने वादा किया था कि इस एक साल के डिप्लोमा से उसे उर्वरक और कीटनाशक बेचने का लाइसेंस मिलेगा, और वह इसे किराए पर देकर अच्छा पैसा कमा सकता है। लेकिन अब वह जान चुका है कि यह विश्वविद्यालय एक धोखाधड़ी का हिस्सा था।
राजस्थान विधानसभा सत्र: अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितंबर की शुरुआत में, आएंगे 3 बिल
राजस्थान पर मेहरबान मानसून : अब तक सामान्य से लगभग 88 प्रतिशत अधिक वर्षा, लबालब 226 बांध
क्या कहा मेवाड़ यूनिवर्सिटी ने
मेवाड़ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डीडी कुमावत ने सभी आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम मानदंडों के अनुसार हैं, लेकिन वे अपने दावों के समर्थन में ठोस प्रमाण प्रस्तुत करने में विफल रहे।
क्या होगा अब
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीना ने पुष्टि की कि विश्वविद्यालय की अनियमितताओं की जांच के लिए एक आधिकारिक जांच शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो हमारे युवाओं का शोषण कर शिक्षा की विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाते हैं।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्सऔरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापनऔरक्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧