/sootr/media/media_files/2025/12/12/rabi-buvai-2025-12-12-19-22-39.jpg)
Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान में इस बार रबी सीजन की बुवाई उम्मीद से काफी अधिक हुई है। मानसून में अच्छी बारिश के कारण पिछले साल के मुकाबले 11 लाख हेक्टेयर अधिक रकबे में खेती की गई है। रबी के सीजन में 11 लाख हेक्टेयर बुवाई से यूरिया और डीएपी की मांग में इजाफा हुआ है। यह स्थिति राज्य सरकार के लिए उर्वरक की सप्लाई की निगरानी करने की आवश्यकता को और बढ़ा देती है।
ठिठुरन भरी सर्दी का मंजर: राजस्थान और उत्तराखंड में बर्फबारी और पाला
मुख्य सचिव ने ली बैठक
यूरिया और डीएपी की सप्लाई की निगरानी के लिए राज्य स्तरीय फर्टिलाइजर डिस्ट्रीब्यूशन रेगुलेटरी टास्क फोर्स की बैठक गुरुवार को सचिवालय में आयोजित की गई। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने इस बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में तय किया गया कि 7 से 14 दिसंबर तक आवंटित 50 रैकों में से 18 रैक परिवहन में हैं। जिससे अगले 2-3 दिनों में 0.48 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध होगा। इस सप्ताह 30 और रैक आने की संभावना है। जिनसे 0.81 लाख मीट्रिक टन यूरिया की अतिरिक्त सप्लाई होगी।
राजस्थान में बिजली के बिल में जोड़ा जा रहा फ्यूल सरचार्ज, 24 लाख उपभोक्ताओं की जेब पर असर
किसानों को समय पर मिले उर्वरक
सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसानों को समय पर उर्वरक मिलना चाहिए और सप्लाई में कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए। साथ ही सब्सिडी वाले यूरिया का गैर-कृषि उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। चेक पोस्टों पर उर्वरकों के राज्य से बाहर जाने पर निगरानी रखने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं।
रिपोर्ट कार्ड : राजस्थान सरकार के 2 साल पूरे, CM भजनलाल शर्मा ने लगाई दावों की झड़ी, योजनाएं गिनवाईं
यूरिया की उपलब्धता पर विशेष ध्यान
प्रदेश में यूरिया की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया गया है। अक्टूबर से दिसंबर तक कुल 11.35 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया गया है। जिसमें से वर्तमान में 11.48 लाख मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। दिसंबर में आवंटित 3.80 लाख मीट्रिक टन यूरिया में से 1.75 लाख मीट्रिक टन की सप्लाई हो चुकी है।
सीमावर्ती जिलों में 61 चेकपोस्ट
यूरिया और डीएपी का डायवर्जन रोकने के लिए प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में 61 चेकपोस्ट लगाए गए हैं। साथ ही 744 उर्वरक निरीक्षकों को जमाखोरी, कालाबाजारी और यूरिया के दुरुपयोग पर लगातार निगरानी रखने का जिम्मा सौंपा गया है।
राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं की होगी मौज, सरकार की इस नीति से कम होगा बिजली का बिल
मुख्य बिंदु
बुवाई और बारिश: राजस्थान में रबी सीजन की बुवाई में वृद्धि और मानसून की अच्छी बारिश के कारण यूरिया और डीएपी की डिमांड में इजाफा हुआ है।
चेकपोस्ट से निगरानी: राज्य सरकार ने यूरिया की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए रैक की व्यवस्था की है और यूरिया के गैर-कृषि उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा चेकपोस्टों पर निगरानी बढ़ाई गई है।
यूरिया की उपलब्धता: अक्टूबर से दिसंबर तक कुल 11.35 लाख मीट्रिक टन यूरिया आवंटित किया गया है। जिसमें से 11.48 लाख मीट्रिक टन यूरिया अभी उपलब्ध है।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us