राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं की होगी मौज, सरकार की इस नीति से कम होगा बिजली का बिल

राजस्थान में केंद्र सरकार द्वारा लागू की जा रही टाइम ऑफ द डे टैरिफ नीति से बिजली उपभोक्ताओं को फायदा होगा। यह नीति अगले कुछ महीनों में पूरे देश में लागू हो सकती है। असम में यह नीति लागू हो चुकी है। अब इसे राजस्थान में लागू करने की तैयारी की जा रही है।

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Kamlesh Keshote
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. बिजली के बढ़ते बिल से परेशान घरों का बजट अब एक नया मोड़ लेने वाला है। राजस्थान में केंद्र सरकार द्वारा लागू की जा रही टाइम ऑफ द डे (ToD) टैरिफ नीति से बिजली उपभोक्ताओं को फायदा होगा। यह नीति अगले कुछ महीनों में पूरे देश में लागू हो सकती है।

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टाइम ऑफ द डे टैरिफ नीति 

ToD टैरिफ नीति के तहत बिजली की कीमत पूरे दिन समान नहीं होगी। उपभोक्ताओं को बिजली की खपत के हिसाब से विभिन्न समय स्लॉट्स में अलग-अलग दरों पर बिल चुकाना होगा। यानी दिन में कुछ समय पर बिजली की दरें सस्ती होंगी और कुछ समय पर महंगी।

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दिन के स्लॉट के हिसाब से बिजली दरें 

इस नीति में दिन को अलग-अलग स्लॉट्स में बांटकर बिजली दरें तय की जाएंगी। सुबह, दिन, शाम और रात में बिजली की दरें अलग-अलग होंगी। इस व्यवस्था से सोलर ऊर्जा उत्पादन के दौरान बिजली की कीमत कम होगी। जबकि शाम के पिक आवर में अधिक दरें लग सकती हैं।

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स्मार्ट मीटर से होगी बिलिंग 

इस प्रणाली का आधार स्मार्ट मीटरिंग है। स्मार्ट मीटर हर 15 मिनट में खपत का डेटा रिकॉर्ड करता है। जिससे उपभोक्ताओं के लिए बिलिंग प्रक्रिया पारदर्शी होती है। इस समय तक राजस्थान में लगभग 20-22 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और अगले 18 महीनों में यह सिस्टम हर घर तक पहुंचेगा।

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20 करोड़ स्मार्ट मीटर स्वीकृत 

केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत अब तक 20 करोड़ स्मार्ट मीटर स्वीकृत किए जा चुके हैं। नवंबर 2025 तक 4.76 करोड़ स्मार्ट मीटर इंस्टॉल किए गए हैं। आने वाले 5-6 सालों में इस योजना के तहत 25 करोड़ मीटर लगाने का लक्ष्य है।

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ToD से उपभोक्ताओं को होगा फायदा  

ऊर्जा विशेषज्ञों के अनुसार यदि भारी लोड उपकरण जैसे वॉशिंग मशीन, गीजर, और चार्जिंग सस्ते समय स्लॉट्स में इस्तेमाल किए जाते हैं, तो बिजली बिल में 30-40% तक की बचत हो सकती है। खासकर रात और सोलर आवर में बिजली की दरें कम होंगी।

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असम में लागू, राजस्थान में भी होगा लागू 

असम ने 1 अप्रैल 2025 से ToD टैरिफ नीति लागू कर दी है और वहां इसका सिस्टम सफलतापूर्वक काम कर रहा है। अब राजस्थान में इसे लागू करने का निर्णय जल्द लिया जाएगा।

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मुख्य बिंदु 

बिजली की कीमत: ToD टैरिफ नीति के तहत बिजली की कीमत दिनभर के विभिन्न समय स्लॉट्स में अलग-अलग तय की जाएगी। इससे उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत के समय के अनुसार बिल में बचत का मौका मिलेगा।

स्मार्ट मीटर: स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को बिलिंग में पारदर्शिता मिलेगी। साथ ही ऑनलाइन पेमेंट और प्रीपेड रिचार्ज की सुविधा भी होगी। इससे डेटा रेकॉर्डिंग सटीक होती है और बिल सही तरीके से तैयार होते हैं।

बिजली बिल में बचत: विशेषज्ञों के अनुसार यदि उपभोक्ता सस्ते स्लॉट्स में अपनी भारी बिजली खपत करने वाले उपकरण चलाते हैं, तो वे 30-40% तक बिजली बिल में बचत कर सकते हैं।

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