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राजस्थान के जयपुर जयपुर एयरपोर्ट पर मादक पदार्थों की तस्करी पर एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मंगलवार को 10 करोड़ रुपए मूल्य के 10 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड के साथ एक यात्री को गिरफ्तार किया। यह घटना जयपुर हवाई अड्डे पर हुई। सवाल यह है कि क्या जयपुर एयरपोर्ट अब मादक पदार्थों की तस्करी का एक प्रमुख रूट बनता जा रहा है।
सूचना के आधार पर कार्रवाई
डीआरआई के अधिकारियों ने एक विशिष्ट सूचना के आधार पर कार्रवाई की, जिससे 10 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड बरामद हुआ। आरोपी, जितेंद्र कुमार, जो दिल्ली का निवासी है, बैंकॉक से जयपुर हवाई अड्डे पर आया था। हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया और उसके बैग से यह खेप बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस खेप की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
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गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत
जयपुर एयरपोर्ट पर हुई गिरफ्तारी के बाद, आरोपी को बुधवार को एनडीपीएस अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। डीआरआई अब इस मामले की गहन जांच कर रहा है, यह पता लगाने के लिए कि आरोपी सिर्फ एक कूरियर के रूप में काम कर रहा था या वह किसी अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क का हिस्सा था।
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नशीले पदार्थों का तस्करी नेटवर्क
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह खेप बैंकॉक से आई थी, जो नशीले पदार्थों का एक प्रमुख केंद्र है। प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिलता है कि तस्करी की योजना भारत में नशीले पदार्थों के वितरण के लिए थी। अधिकारी ने बताया, "जितेंद्र से पूछताछ के बाद हमें कुछ सुराग मिले हैं और हम इस मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।"
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जयपुर एयरपोर्ट पर सोना पकड़ा
यह गिरफ्तारी हाल ही में जयपुर हवाई अड्डे पर मादक पदार्थों और तस्करी के अन्य मामलों में हुई बड़ी बरामदगी के बाद हुई है। इससे पहले, डीआरआई जयपुर ने अलग-अलग मामलों में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 15 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड और 2 किलोग्राम सोना जब्त हुआ था।
क्या होती है हाइड्रोपोनिक वीडहाइड्रोपोनिक वीड एक ऐसा शब्द है, जिसे एक आम नागरिक आमतौर पर नहीं जानता है। यह बेहद महंगा नशीला पदार्थ है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मात्र एक किलोग्राम वीड एक करोड़ रुपए से अधिक कीमत की होती है। हाइड्रोपोनिक वीड भी एक प्रकार का गांजा है, जोकि सामान्य गांजे से अलग होता है।क्या है हाइड्रोपोनिक तकनीकइस गांजा की खेती हाइड्रोपोनिक तकनीक का इस्तेमाल कर की जाती है। यह गांजा मिट्टी के बिना तैयार किया जाता है। इसे उगाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर पानी का घोल बनाया जाता है और उसी का इस्तेमाल कर इसे उगाया जाता है। हाइड्रोपोनिक तकनीक से उगाए गए गांजे में सामान्य गांजे की तुलना में उच्च THC (टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल) स्तर होता है, जो इसे अधिक नशीला बनाता है। इस हाइड्रोपोनिक गांजे को सिगरेट या सिगार पेपर में भरकर इस्तेमाल किया जाता है। | |
डीआरआई की कार्रवाई
11 सितंबर को, डीआरआई ने बैंकॉक से उड़ान भरते समय जयपुर हवाई अड्डे से दिल्ली के एक निवासी को गिरफ्तार किया और उसके पास से लगभग 15.7 किलोग्राम सोना जब्त किया। इसके अलावा, 12 सितंबर को, जेद्दा से जयपुर आते समय एक यात्री को अंतर्वस्त्रों में 2 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया था। यह सोना पेस्ट के रूप में चुपके से छिपाया गया था।
क्या जयपुर एयरपोर्ट तस्करी का नया हब बन रहा है
इन घटनाओं के बाद एक सवाल खड़ा होता है: क्या जयपुर हवाई अड्डा अब मादक पदार्थों और तस्करी के लिए एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है? हाल के महीनों में हुई इन घटनाओं के बाद डीआरआई ने एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ा दी है, लेकिन तस्करी के नए तरीके अधिकारियों के लिए चुनौती हैं।