जयपुर सेंट्रल जेल के कैदियों को सप्लाई होनी थीं नशे की गोलियां, गिरफ्तार आरोपियों ने खोले राज

राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल में सुरक्षा की बड़ी चूक सामने आई है। यहां नशे की गोलियों की सप्लाई होनी थी। वहीं 6 मोबाइल बरामद किए गए हैं। इन घटनाओं ने जेल प्रशासन की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल उठाए हैं।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
jaipur central jail

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

राजस्थान की राजधानी जयपुर की सेंट्रल जेल एक बार फिर सुरक्षा के मामले में सुर्खियों में है। जेल की ऊंची दीवारों और कड़े सुरक्षा तंत्र के बावजूद बार-बार सुरक्षा खामियां सामने आ रही हैं। हाल ही में कैदियों के पास से 6 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। इन घटनाओं ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है।

जयपुर सेंट्रल जेल फिर चर्चा में : अब एक कैदी ने दूसरे का सिर फोड़ा, जेल व्यवस्था पर सवाल

नशे की खेप पकड़ी गई

जयपुर पुलिस की सीएसटी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नशे की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत पुलिस ने भांकरोटा इलाके से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 37,000 से ज्यादा नशीली गोलियां बरामद हुईं। पूछताछ में पता चला कि यह खेप जयपुर सेंट्रल जेल और शहर के कई गैंगों तक पहुंचनी थी। गिरफ्तार आरोपी अभिराज सिंह समेत अन्य तस्करों को यूपी से गिरफ्तार किया गया, जो जयपुर पहुंचते ही पुलिस के हाथों पकड़े गए।

जयपुर सेंट्रल जेल : हाई सिक्योरिटी के बीच दो कैदी पाइप के सहारे दीवार फांदकर फरार, पुलिस जांच में जुटी

जेल की सुरक्षा पर गंभीर सवाल

नशीली गोलियों के बाद जेल के अंदर से मोबाइल फोन की बरामदगी ने सुरक्षा व्यवस्था पर और सवाल उठाए। हाल ही में जेल के वार्ड नंबर 3, 5 और 6 में तलाशी के दौरान 6 मोबाइल फोन बरामद हुए। ये मोबाइल विचाराधीन कैदी दानिश मोहम्मद उर्फ मक्खी और तीन अन्य दंडित कैदियों के पास से मिले। इस घटना के बाद जेल प्रहरी राजन मीणा ने लालकोठी थाने में मामला दर्ज करवाया और पुलिस ने इन फोन को जब्त कर जांच शुरू कर दी है।

बेखौफ बदमाशों ने जयपुर सेंट्रल जेल में शूट की रील, शहर में आग लगाने की धमकी

जेल की सुरक्षा पर गंभीर चिंता

पिछले कुछ महीनों में कई घटनाओं ने जयपुर सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को उजागर किया है। कैदियों द्वारा जेल से बाहर जाने, पार्टियों में शामिल होने और दीवार फांद कर फरार होने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसके अलावा, जेल में नशे की खेप और मोबाइल की सप्लाई जैसे मामलों ने इस बात को साबित कर दिया है कि जेल प्रशासन और सुरक्षा तंत्र में गंभीर खामियां हैं।

जोधपुर सेंट्रल जेल में आसाराम ने किया सरेंडर, हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने से किया था इनकार

क्या इन खामियों को दूर कर पाएंगे?

सुरक्षा के इन लगातार उल्लंघनों के बाद जेल प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है। यदि जल्द ही सुरक्षा में सुधार नहीं किया गया, तो कैदियों की हरकतें और खतरनाक हो सकती हैं। आने वाले समय में जेल प्रशासन को सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने और इन खामियों को दूर करने के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता होगी।

FAQ

1. जयपुर सेंट्रल जेल से कितनी नशीली गोलियां बरामद हुई हैं?
जयपुर सेंट्रल जेल से 37,000 से ज्यादा नशीली गोलियां बरामद की गई हैं, जो एक बड़े नशे के तस्करी रैकेट का हिस्सा थीं।
2. जेल में मोबाइल फोन कैसे पहुंचे?
जेल के अंदर 6 मोबाइल फोन बरामद हुए, जो विचाराधीन और दंडित कैदियों के पास थे। यह जेल की सुरक्षा व्यवस्था में भारी खामी को उजागर करता है।
3. जेल में सुधार की क्या उम्मीद है?
सुरक्षा खामियों को लेकर जेल प्रशासन को सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

ऑपरेशन क्लीन स्वीप मोबाइल सुरक्षा जयपुर सेंट्रल जेल जयपुर राजस्थान
Advertisment