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राजस्थान के जयपुर की सेंट्रल जेल हाल के दिनों में लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। बुधवार को जेल में दो बंदियों के बीच हुई एक हिंसक झगड़े ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस घटना में एक बंदी ने स्टील के मग से दूसरे बंदी का सिर फोड़ दिया, जिससे जेल में घबराहट फैल गई। घायल बंदी को जेल अस्पताल में इलाज दिया गया और दोनों बंदियों के खिलाफ लालकोठी थाने में FIR दर्ज करवाई गई।
जयपुर सेंट्रल जेल में कैदी का सिर फोड़ा
एसएचओ (लालकोठी) प्रकाश राम विश्नोई ने बताया कि जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी बंटी सेजवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, जेल के वार्ड नंबर-5 के बैरक नंबर-3 में विचाराधीन बंदी विष्णु बंद है। उसके साथ बैरक में बंदी रोहित और रामकेश भी थे। बुधवार शाम करीब 7:15 बजे विष्णु और रोहित के बीच किसी बात पर कहासुनी हो गई, जो जल्द ही झगड़े और मारपीट तक पहुंच गई। गुस्से में आकर रोहित ने रामकेश के साथ मिलकर विष्णु पर हमला किया और स्टील के मग से उसका सिर फोड़ दिया। जयपुर सेंट्रल जेल में दो बंदियों में झगड़ा और ​बंदी का सिर फोड़ने की घटना चिंताजनक है।
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जेल प्रशासन ने की कार्रवाई
झगड़े के बाद जेल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों बंदियों को अलग-अलग किया। घायल विष्णु को प्राथमिक उपचार के लिए जेल अस्पताल भेजा गया, जहां उसके सिर पर दो टांके आए। इस घटना के बाद विष्णु ने जेल प्रशासन से दोनों बंदियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद, जेल प्रशासन ने लालकोठी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
हाल में सेंट्रल जेल से दो बंदी भी हुए फरारकुछ दिन पहले ही जयपुर की सेंट्रल जेल से दो बंदी फरार हो गए थे, जिनका मामला भी चर्चा का विषय बन चुका था। फरार होने वाले बंदी अनस उर्फ दानिश को 11 घंटे बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरा बंदी नवल किशोर अभी भी फरार है। इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने सात प्रहरियों को निलंबित कर दिया, जिनमें दो महिला प्रहरी भी शामिल हैं। जेल से फरार होने की योजनाइस घटना के बाद, जांच में सामने आया कि फरार हुए बंदियों ने जेल से भागने के लिए पूरी योजना पहले से बना रखी थी। कैदियों ने जेल की 27 फीट ऊंची दीवार को फांदने के लिए रबर पाइप का इस्तेमाल किया, जो आमतौर पर सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है। हालांकि, दोनों बंदी इसे चुराने में सफल हो गए और दीवार पर चढ़कर करंट वाले तार को पार किया। अनस की गिरफ्तारी और जांचघटना के तुरंत बाद जेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस ने तेजी से सर्च ऑपरेशन शुरू किया और अनस को पकड़ने में सफलता हासिल की। अनस ने बताया कि दीवार फांदते समय वह गिर गया, जिससे उसके सिर पर चोट लगी है। जबकि दूसरा फरार बंदी नवल किशोर की तलाश अभी भी जारी है। | |
जेल सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जेल में इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद बंदी किस तरह से फरार हो गए, इस पर अब तक कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है। इस घटना के बाद डीआईजी जेल स्तर पर एक जांच कमेटी का गठन किया गया है, जो पूरी घटना की बारीकी से जांच करेगी।
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