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Photograph: (TheSootr)
Rajasthan Weather Update : बांसवाड़ा, झालावाड़ के आंशिक हिस्सों को छोड़कर पूरे राजस्थान से मानसून की विदाई हो चुकी है। यह बात मौसम विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सामने आई है। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में मानसून की अंतिम बूँदें गिरने के बाद अब मौसम का रुख बदल चुका है। इस बार का मानसून राजस्थान में समय से पहले खत्म हो रहा है। हालांकि, 27 सितंबर से एक नया मौसम सिस्टम बंगाल की खाड़ी से राजस्थान की ओर बढ़ने वाला है, जो दक्षिण-पूर्वी जिलों में बारिश लेकर आएगा।
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माराजस्थान में मानसून की स्थिति और विदाई
राज्य में 26 सितंबर 2025 तक मानसून का असर पूरी तरह से खत्म होने की संभावना है। गुरुवार यानी 25 सितंबर 2025 को बारिश का दौर समाप्त हो गया और शुक्रवार यानी 26 सितंबर 2025 को भी मौसम शुष्क रहने की संभावना है। भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, बूंदी, कोटा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और उदयपुर जैसे प्रमुख शहरों से मानसून की विदाई हो चुकी है। इन जिलों में बारिश अब नहीं होगी।
झालावाड़ और बांसवाड़ा के कुछ हिस्सों में अभी मानसून की विदाई पूरी नहीं हो पाई है, लेकिन आने वाले दिनों में यह क्षेत्र भी मानसून के प्रभाव से मुक्त हो जाएंगे।
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मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य में अगले दो दिन मौसम ड्राय (शुष्क) रहने की प्रबल संभावना है। वर्तमान में म्यांमार से लगे बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जो अगले कुछ दिनों में तेज होकर एक लो-प्रेशर सिस्टम में बदल सकता है। इससे 26 सितंबर 2025 के आसपास दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट पर तेज अवदाब बनने की संभावना है। इस सिस्टम का प्रभाव राजस्थान के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों पर पड़ेगा और इन हिस्सों में बारिश हो सकती है।
नया सिस्टम और आगामी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, 27 सितंबर 2025 से बंगाल की खाड़ी में बनने वाला एक नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों पर असर डाल सकता है। यह साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 24 घंटों में तेज होकर लो-प्रेशर सिस्टम में तब्दील होने की संभावना है। इसके बाद 26 सितंबर 2025 के आसपास यह सिस्टम ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों तक पहुंचेगा और एक अवदाब (Depression) का रूप ले सकता है।
इस सिस्टम के राजस्थान पर प्रभाव का असर 27 सितंबर 2025 से देखा जा सकता है, विशेष रूप से पूर्वी, दक्षिणी-पूर्वी और दक्षिणी जिलों में। इन क्षेत्रों में मेघ गर्जन के साथ बारिश का दौर शुरू हो सकता है, जो 3 अक्टूबर तक जारी रह सकता है।
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मानसून की विदाई कैसे होती है?
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शुष्क मौसम और तापमान में बदलाव
राज्य में मानसून (Monsoon) के खत्म होने के बाद मौसम शुष्क रहने के साथ तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। 24 सितंबर 2025 को प्रदेश के विभिन्न शहरों में तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। गंगानगर में अधिकतम तापमान 38.8 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 38.2 डिग्री, जैसलमेर में 37 डिग्री, और बीकानेर में 36.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इसके अलावा फलोदी, बाड़मेर, पिलानी, कोटा, चित्तौड़गढ़ जैसे अन्य शहरों में भी तापमान में हल्की गिरावट देखी गई।
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