/sootr/media/media_files/2025/08/18/maharaily-2025-08-18-13-29-25.jpg)
राजस्थान के बालोतरा कलेक्ट्रेट के रविवार देर रात हुए घेराव ने पुलिस और प्रशासन की नींद उड़ा दी। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को देर रात आंदोलनकारियों से बातचीत करके धरना खत्म करवाना पड़ा।
रात को कलेक्ट्रेट क्यों पहुंचे आंदोलनकारी
असल में राजस्थान के बालोतरा जिले के डोली गांव में रविवार को गंदे पानी की समस्या को लेकर रालोपा द्वारा जोजरी बचाओ महारैली का आयोजन किया गया था। रैली का नेतृत्व सांसद हनुमान बेनीवाल ने किया और इसमें हजारों लोग शामिल हुए। रैली के दौरान प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। आंदोलनकारी देर रात कलेक्ट्रेट पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
बालोतरा कलेक्ट्रेट पर पड़ाव | pic.twitter.com/TrpO23m3M1
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) August 18, 2025
रैली का समय और घटनाक्रम
बेनीवाल और उनके समर्थक रैली के बाद रविवार देर रात बालोतरा के कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए थे। करीब 2 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां भी सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए गए और सरकार से गंद पानी की समस्या से निजात दिलाने की मांग की गई।
प्रशासन के साथ वार्ता और सहमति
सूचना मिलने के बाद कलेक्टर सुशील कुमार यादव और एसपी रमेश कुमार मौके पर पहुंचे। लगभग आधे घंटे चली वार्ता के बाद रालोपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस वार्ता में सहमति बनी कि फिलहाल गंदे पानी को रोक दिया जाएगा। स्थायी समाधान के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी।
जोजरी आंदोलन का विस्तार
सांसद हनुमान बेनीवाल ने सभा में कहा कि अगर बाड़मेर-बालोतरा के नेता सक्रिय होते तो उन्हें रात 4 बजे खेतों में रुकने की नौबत नहीं आती। जोजरी आंदोलन अब समूची राज्य की जनता का आंदोलन बन चुका है। डोली-अराबा-कल्याणपुर क्षेत्र को गंदे पानी से पूरी तरह मुक्त करवाना जरूरी है।
राजस्थान के अस्पताल में हिजाब विवाद, भिड़े महिला चिकित्सक व इंटर्न, जानें पूरा मामला
कांग्रेस पर निष्क्रियता का आरोप
बेनीवाल ने कांग्रेस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए कहा कि वे जोजरी नदी और अन्य नदियों के सुधार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सो रही है, जबकि आरएलपी जनहित के लिए लगातार लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बाड़मेर-बालोतरा आरएलपी का गढ़ है और यहां के लोग परेशान नहीं होने दिए जाएंगे।
/filters:format(webp)/sootr/media/media_files/2025/08/18/beniwal-2-2025-08-18-13-12-37.jpg)
जोजरी नदी का क्या है मामला
जोजरी नदी, जो जोधपुर और बालोतरा जिलों में बहती है, पिछले कई सालों से औद्योगिक कचरे से प्रदूषित हो चुकी है। गांवों के लोग इस प्रदूषण से प्रभावित हैं। नदी का पानी काला और बदबूदार हो चुका है, जिससे फसलें नष्ट हो रही हैं और बीमारियां फैल रही हैं। इसके अलावा, इंडस्ट्रियल केमिकल्स से लोग त्वचा, खांसी और सांस की समस्याओं से जूझ रहे हैं।
प्रशासन और नेताओं की निष्क्रियता
स्थानीय लोग और गांववाले इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन और नेताओं से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इसके बाद, सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को उठाया गया, जिससे यह मुद्दा सुर्खियों में आ गया। सांसद हनुमान बेनीवाल इस मुद्दे को लेकर खासे सक्रिय हैं।
राजस्थान की जोजरी नदी के प्रदूषित होने से एक बड़े इलाके की जनता बहुत परेशान है। आरएलपी महारैली ने इस समस्या की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। औद्योगिक कचरे की समस्या का निराकरण आवश्यक है,ताकि जल प्रदूषण का प्रभाव घातक न हो।
FAQ
thesootr links
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧