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कैलाश मानसरोवर यात्रा भारतीय संस्कृति में आध्यात्मिकता, साहस और आस्था का प्रतीक मानी जाती है। यह यात्रा ऊंचे पर्वतों, कठिन मार्गों और बेहद दुर्गम रास्तों से गुजरती है, जो भक्तों की अडिग श्रद्धा की परीक्षा लेती है।
यह यात्रा विशेष रूप से हिन्दू और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है। हिन्दू परंपरा के अनुसार, कैलाश पर्वत भगवान शिव का निवास स्थल माना जाता है, जबकि जैन धर्म के अनुसार यहां पहले तीर्थंकर ऋषभदेव को मोक्ष प्राप्त हुआ था।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मिलता है अनुदान
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए राजस्थान में कितना मिलता है अनुदान राजस्थान सरकार कैलाश मानसरोवर यात्रा पूर्ण करने वाले तीर्थ यात्रियों को ₹1 लाख का अनुदान देती है। इस अनुदान से यात्रियों को अपनी यात्रा के आर्थिक बोझ को कम करने में मदद मिलेगी। राजस्थान देवस्थान विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हर साल कई यात्री इस यात्रा को पूर्ण करते हैं ।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए राजस्थान सरकार से मिलने वाले अनुदान के बारे में ​ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक कीजिए—
कैसे करें आवेदन
इस योजना के लिए तीर्थ यात्री ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। देवस्थान विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। यदि किसी कारणवश ऑनलाइन आवेदन नहीं किया जा सकता, तो विशेष परिस्थितियों में ऑफलाइन आवेदन भी किया जा सकता है। इसके लिए आवेदन फॉर्म डाउनलोड कर सहायक आयुक्त कार्यालय में जमा किया जा सकता है।
यदि आवेदन संख्या अधिक होती है, तो चयन कंप्यूटराइज्ड लॉटरी प्रणाली द्वारा किया जाएगा। सभी दस्तावेज सत्यापित होने के बाद, सहायता राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
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आवेदन की समय सीमा
यह योजना केवल राजस्थान के स्थायी निवासियों के लिए है। तीर्थ यात्रियों को अपनी यात्रा समाप्त होने के दो माह के भीतर आवेदन करना होगा। यात्रा के सफलतापूर्वक पूर्ण होने का प्रमाण पत्र आवेदन के साथ संलग्न करना अनिवार्य होगा।
कैलाश मानसरोवर यात्रा में विदेश मंत्रालय की भूमिका
यह योजना भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है। विदेश मंत्रालय हर साल जून से सितंबर तक कैलाश मानसरोवर यात्रा आयोजित करता है। इस यात्रा के लिए दो अलग-अलग मार्ग हैं - लिपुलेख दर्रा (उत्तराखण्ड) और नाथु-ला दर्रा (सिक्किम)।
यह यात्रा शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण है, जिसमें 19,500 फुट तक चढ़ाई करनी होती है। इस यात्रा को शुरू करने से पहले, दिल्ली में डीएचएलआई और आईटीबीपी द्वारा मेडिकल जांच करनी होती है।
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यात्रा की लागत और अवधि
कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान यात्रा की अवधि और लागत राशि मार्ग के अनुसार अलग-अलग होती है। यात्रा में लगभग ₹1.5 से ₹2 लाख तक का खर्च आता है, और इसमें कई कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
तीर्थ यात्रियों के लिए संबल
इस योजना का उद्देश्य उन श्रद्धालुओं को आर्थिक मदद देना है जिनके पास सीमित संसाधन हैं। यह योजना उनकी यात्रा के खर्च को कम करने और अधिक श्रद्धालुओं को इस धार्मिक यात्रा का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करने के लिए है। इस सहायता राशि से यात्रियों को कैलाश मानसरोवर की यात्रा में आर्थिक बोझ कम करने का अवसर मिलेगा।