कन्हैयालाल पर बनी फिल्म पर रोक के बाद पत्नी ने पीएम मोदी को लिखा भावुक पत्र
पति दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के विरोध में उनकी पत्नी जशोदा साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावुक पत्र लिखा है।
राजस्थान के उदयपुर के बहुचर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। पति दर्जी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' की रिलीज पर कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक के विरोध में उनकी पत्नी जशोदा साहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भावुक पत्र लिखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय मांगा है और फिल्म को रिलीज कराने की गुहार लगाई है। जशोदा साहू ने अपने पत्र में लिखा कि मेरे पति की हत्या पर बनी फिल्म की रिलीज को रोक दिया गया है। मैंने खुद फिल्म देखी है। उसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह तो मेरे पति की हत्या की कहानी है।
पीएम मोदी से मांगा मिलने का समय
जशोदा ने आगे लिखा कि मेरे बच्चे बता रहे हैं कि अब इस फिल्म पर मोदी सरकार का फैसला होगा। आपको तो पता है कि हमारे साथ कितना गलत हुआ है। आपसे निवेदन है कि इस फिल्म को रिलीज करवाइए, ताकि पूरी दुनिया को सच पता चल सके। मैं अपने दोनों बच्चों के साथ दिल्ली आकर आपसे मिलना चाहती हूं। कृपया समय दीजिए।
क्या सच्चाई भी नहीं दिखा सकते?
उन्होंने सवाल उठाया कि तीन साल पहले मेरे पति की हत्या कर दी गई और अब उनके हत्यारों का पक्ष लेने वाले लोग कोर्ट में फिल्म पर रोक लगाने जा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या सच्चाई भी नहीं दिखाई जा सकती?
हाईकोर्ट ने लगाई फिल्म पर रोक
गौरतलब है कि कोर्ट ने पहले इस फिल्म में कई कट लगाने की बात कही थी। उसके बाद हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए फिल्म पर अंतरिम रोक लगा दी है। यह मामला अब राजनीतिक और कानूनी रूप से और अधिक संवेदनशील होता जा रहा है। अब इस पर फैसला केंद्र सरकार को लेना है। सरकार को सात दिन का समय मिला है।
28 जून, 2022 को उदयपुर के धानमंडी इलाके में टेलर कन्हैयालाल साहू की दुकान पर दो कट्टरपंथियों रियाज अटारी और गौस मोहम्मद ने तलवार से दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। वजह महज यह थी कि कन्हैयालाल ने बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट की थी, जिन्हें पैगंबर मोहम्मद पर कथित टिप्पणी को लेकर पार्टी से निलंबित कर दिया गया था। इस घटना ने पूरे देश को हिला दिया था।
21 साल के बेटे यश की प्रतिज्ञा
कन्हैयालाल के बेटे यश साहू पिछले करीब 3 साल से नंगे पांव हैं। उन्होंने अपने बाल नहीं कटवाए हैं। उनकी प्रतिज्ञा है कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती, मैं ऐसा ही रहूंगा। भले ही इस घटना के बाद कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार ने कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी दे दी है। यश ने बताया कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, तब तक मैं अपने जीवन में कोई आराम नहीं लूंगा।
FAQ
1. क्या 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित है?
जी हां, 'उदयपुर फाइल्स' फिल्म कन्हैयालाल हत्याकांड पर आधारित है। यह फिल्म कन्हैयालाल की हत्या की असल कहानी और घटनाओं को दर्शाती है।
2. फिल्म पर कोर्ट ने क्यों रोक लगाई है?
कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगाई है, क्योंकि फिल्म में कुछ विवादास्पद विषयों को दिखाया गया था। हालांकि कुछ बदलाव के बाद फिल्म की रिलीज की मंजूरी दी जा सकती है।
3. कन्हैयालाल के बेटे यश की प्रतिज्ञा क्या है?
कन्हैयालाल के बेटे यश साहू ने यह संकल्प लिया है कि जब तक उनके पिता के हत्यारों को फांसी नहीं हो जाती, वह नंगे पांव रहेंगे और अपने बाल नहीं कटवाएंगे। उनका कहना है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वह कोई आराम नहीं लेंगे।