राजस्थान के खैरथल में आज से बाजार बंद, नए जिले का नाम बदलने का हो रहा पुरजोर विरोध

राजस्थान के खैरथल में नए जिले का नाम बदलने और मुख्यालय स्थानांतरित करने के विरोध में रविवार को बाजार बंद रहे। इसके साथ ही व्यापारिक संगठनों ने अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान किया है।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले का नाम बदलकर 'भर्तृहरि नगर' रखने और मुख्यालय अन्यत्र ले जाने के सरकार के फैसले का विरोध हो रहा हे। विरोध के तहत व्यापारिक संगठनों की पहल पर खैरथल में रविवार से अनिश्चितकालीन (Indefinite Strike) के लिए बाजार बंद रहे। हालांकि आम लोगों की सुविधा के लिए सब्जी मंडी आज खुली रही, लेकिन सब्जी विक्रेता सोमवार से बंद में शामिल हो जाएंगे।

दरअसल, शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने दिल्ली में अपने आवास पर खैरथल के प्रबुद्धजनों और पत्रकारों से बातचीत की थी। उन्होंने नए जिले का नामकरण 'भर्तृहरि नगर' करने के प्रस्ताव के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सराहना की। इस दौरान जब खैरथल-तिजारा जिले के मुख्यालय को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इस अस्पष्टता ने खैरथलवासियों के विरोध को और गहरा दिया।

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दवा-दूध की दुकानों को छूट

व्यापार महासंघ अध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा की अध्यक्षता में शनिवार शाम खैरथल की सब्जी मंडी स्थित कार्यालय में सभी व्यापारिक संगठनों की बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि रविवार से बाजार और अनाज मंडी अनिश्चितकाल तक बंद रहेगी। बंद में दवा और दूध की दुकानों को बाहर रखा गया है यानी दवा और दूध की दुकानें खुली रहेंगी।

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खैरथल की पहचान से समझौता नहीं

व्यापारी संगठनों ने स्पष्ट कहा कि खैरथल की ऐतिहासिक और सामाजिक पहचान से कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका कहना था कि यदि सरकार ने नाम और मुख्यालय को लेकर जनभावनाओं की अनदेखी की, तो यह आंदोलन और व्यापक रूप लेगा। यहां के लोगों को कहना है कि सांसद और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को नए जिले के बारे में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। हम किसी भी छिपे हुए एजेंडे को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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नेताओं को फायदा पहुंचाने का आरोप

इधर, यह बात सामने आई कि खैरथल और तिजारा से अलहदा किसी स्थान पर भर्तृहरि नगर बसाया जाएगा, जहां नए जिले का मुख्यालय होगा। कुछ संगठनों का आरोप है कि जिला मुख्यालय को ऐसी जगह ले जाने का प्रयास हो रहा है, जहां कुछ सत्तारूढ़ दल के नेताओं की जमीनें हैं। कुल मिलाकर खैरथल-तिजारा जिला नामकरण विवाद गहराता ही जा रहा है।

FAQ

Q1: खैरथल में नए जिले का नाम बदलने पर किसका विरोध हो रहा है?
खैरथल में नए जिले का नाम 'भर्तृहरि नगर' रखने और मुख्यालय को स्थानांतरित करने पर व्यापारिक संगठनों और स्थानीय लोगों का विरोध हो रहा है।
Q2: खैरथल के व्यापारिक संगठनों ने विरोध में क्या कदम उठाए हैं?
खैरथल के व्यापारिक संगठनों ने रविवार से अनिश्चितकाल के लिए बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है, हालांकि दवा और दूध की दुकानों को इस बंद से बाहर रखा गया है।
Q3: क्या सरकार ने खैरथल के नाम और मुख्यालय के बारे में कोई स्पष्टीकरण दिया है?
सरकार ने खैरथल के नाम और मुख्यालय के बारे में स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया है, जिससे स्थानीय लोग और व्यापारिक संगठन नाराज हैं।

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