/sootr/media/media_files/2025/08/15/shahadat-mangadh-dham-2025-08-15-15-33-47.jpg)
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित मानगढ़ धाम, एक ऐसी जगह है, जहां अंग्रेजी हुकूमत ने निहत्थे भील-आदिवासियों पर गोलियां चलाकर 1500 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
यह स्थान शौर्य और बलिदान की अमिट गाथा को समेटे हुए है।
अचानक हुई गोलियों की बौछार
मानगढ़ पहाड़ी पर 17 नवंबर, 1913 को हजारों आदिवासी एकत्र हुए थे। उनका उद्देश्य आदिवासियों के दमन, शोषण, अत्याचार और बेखौफ टैक्स के खिलाफ आवाज उठाना था।
वे ब्रिटिश शासन के खिलाफ एकजुटता और स्वाभिमान का संदेश देने के लिए इकट्ठा हुए थे, लेकिन अंग्रेजों ने इसे अपने लिए खतरा मानते हुए अचानक गोलियों की बौछार कर दी थी।
स्वाभिमानी जीवन जीने का संदेश
मानगढ़ धाम में आदिवासियों के स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व संत और समाज सुधारक गोविंद गुरु ने किया। उन्होंने आदिवासियों को सामाजिक बुराइयों से दूर रहने, आत्मनिर्भर बनने और स्वाभिमानी जीवन जीने का संदेश दिया।
गोविंद गुरु ने 'संप सभा' के माध्यम से 9 बातों पर जोर दिया। इनमें शराब-मांस का त्याग करने के साथ अपराधों से परहेज पर जोर दिया गया। मेहनत से जीवनयापन करने के साथ शिक्षा और धार्मिक आचरण का ध्यान रखने की बात कही।
उन्होंने बच्चें को संस्कारित करने, बेगार और अन्याय का विरोध करने तथा स्वदेशी वस्तुओं का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि पंचायत के फैसलों को सर्वोपरि मान जाए।
राजस्थान का सबसे बड़ा नरसंहार
राजस्थान के इतिहास में यह सबसे बड़ा नरसंहार माना जाता है, जो जलियांवाला बाग से भी बड़ा था।
यह घटना भील-आदिवासी आंदोलन की निर्णायक चिंगारी बन गई, जिसने आदिवासियों को यह विश्वास दिलाया कि वे संगठित होकर अन्याय के खिलाफ लड़ सकते हैं।
मानगढ़ धाम की भूमि आज भी इस बलिदान की गवाही देती है, जिसने अंग्रेजी हुकूमत की नींव हिला दी थी। राजस्थान का मानगढ़ धाम राजस्थान का जलियावाला बाग है।
राजस्थान में मास्टर प्लान का विरोध, अपने ही शहर में विरोध झेल रहे UDH मंत्री, जानें पूरा मामला
विकास अधूरा, सुविधाओं का अभाव
इतिहास के इस महत्वपूर्ण स्थल और राष्ट्रीय धरोहर के बावजूद, मानगढ़ धाम का विकास अब तक अधूरा है।
वर्षों से घोषणाएं और वादे किए जाते रहे हैं, लेकिन अब तक इसे वह स्वरूप नहीं मिल पाया है, जिसका यह हकदार है। यहां आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु अभी भी बुनियादी सुविधाओं की कमी महसूस करते हैं, जिससे उनका अनुभव काफी हद तक प्रभावित होता है।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्सऔरएजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापनऔरक्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩👦👨👩👧👧