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Photograph: (the sootr)
Jaipur. राजस्थान में विधायक निधि में भ्रष्टाचार मामले में अब गंभीर मोड़ आ चुका है। राजस्थान विधानसभा की सदाचार कमेटी को इस मामले से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज और वीडियो प्राप्त हुए हैं, जिससे विधायकों के लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं। विधायकों द्वारा काम के कागज जारी करने और उसके बदले कमीशन लेने के आरोपों को लेकर अब जांच तेज हो गई है।
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सदाचार कमेटी को सौंपे गए वीडियो
इस मामले में सोशल मीडिया पर वायरल हुए स्टिंग ऑपरेशन के वीडियो अब सदाचार कमेटी को आधिकारिक रूप से सौंपे गए हैं। इनमें कथित रूप से तीन जनप्रतिनिधियों को विधायक निधि के काम के बदले कमीशन मांगते हुए दिखाया गया था। वीडियो से जुड़े तथ्यों और दस्तावेजों की जांच शुरू हो गई है और इनकी जांच में यह भी देखा जाएगा कि वीडियो में कितने कट लगाए गए हैं और कितना एडिट किया गया है।
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एफएसएल जांच में असल तथ्य
यह जांच एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) द्वारा की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वीडियो में कितने बदलाव किए गए हैं और यह सही है या नहीं। इस जांच से यह भी पता चल सकेगा कि वीडियो में कौन से चेहरे दिख रहे हैं और क्या उन चेहरों का संबंध इन विधायकों से है। यह भी देखा जाएगा कि क्या वीडियो को किसी ने छेड़ा है और उसकी सच्चाई क्या है।
भूमिका पर हो रहा शक
कमेटी को इस मामले में दो विधायकों की सीधी भूमिका का संकेत मिला है, लेकिन एक विधायक के बारे में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिल पाए हैं। दूसरे विधायक की भूमिका का भी स्पष्ट पता नहीं चल सका है, क्योंकि उनके बारे में भी वीडियो में कोई सबूत नहीं दिखते हैं। सदाचार कमेटी की जांच अब और गहरी होती जा रही है और इसे निष्पक्ष तरीके से अंजाम तक पहुंचाया जा रहा है।
विधायकों की सदस्यता पर संकट
विधायी मामलों के जानकारों के मुताबिक, अगर यह साबित हो जाता है कि किसी विधायक ने विधायक निधि से काम के बदले कमीशन लिया था, तो उनकी सदस्यता पर गंभीर संकट आ सकता है। ऐसे मामलों में सदस्यता रद्द होने का खतरा भी हो सकता है, जिससे यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो सकता है।
कमेटी की निष्पक्ष जांच का इंतजार
कमेटी इस मामले में सभी तथ्य एकत्र करने में जुटी हुई है और एफएसएल जांच के बाद ही पूरे मामले की स्थिति साफ हो पाएगी। इस समय यह कहा जा सकता है कि अगर यह सबूत साबित होते हैं तो यह मामला कानूनी रूप से गंभीर मोड़ ले सकता है। विधायकों को अपनी सदस्यता बचाने के लिए इन आरोपों का सही तरीके से सामना करना होगा।
आगे की कार्रवाई की योजना
सदाचार कमेटी द्वारा यह जांच पूरी करने के बाद इसके परिणामों के आधार पर विधायकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। सभी को इस मामले में सावधानीपूर्वक निर्णय लेना होगा और आरोपों की सच्चाई सामने आने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा।
मुख्य बिंदु
विधायक निधि में भ्रष्टाचार : सदाचार कमेटी को मिले अहम दस्तावेज और वीडियो।
एफएसएल जांच का महत्व : वीडियो में कट और संपादन की जांच, सच्चाई का पता चलेगा।
विधायकों के खिलाफ गंभीर आरोप : विधायक निधि के मामले में कमीशन लेने पर संकट।
कानूनी कार्रवाई का खतरा : आरोप सिद्ध होते हैं, तो विधायकों की सदस्यता पर संकट आ सकता है।
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